हिमाचल में रुकने का नाम नहीं ले रहा लंपी रोग , साढ़े चार हजार पहुंचा संक्रमित पशुओं का आंकड़ा , अब तक 15 पशुओं की मौत

हिमाचल प्रदेश में लंपी चमड़ी रोग पांव पसारता जा रहा है। एक ही दिन में इस रोग से 1,522 पशु संक्रमित हुए हैं। जबकि, 15 की मौत हो गई है। संक्रमण का आंकड़ा अब 4,544 हो गया है

हिमाचल में रुकने का नाम नहीं ले रहा लंपी रोग , साढ़े चार हजार पहुंचा संक्रमित पशुओं का आंकड़ा , अब तक 15 पशुओं की मौत

 

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला  19-08-2022

 

हिमाचल प्रदेश में लंपी चमड़ी रोग पांव पसारता जा रहा है। एक ही दिन में इस रोग से 1,522 पशु संक्रमित हुए हैं। जबकि, 15 की मौत हो गई है। संक्रमण का आंकड़ा अब 4,544 हो गया है। इससे अब तक 134 पशुओं की मौत हो चुकी है। 

 

तेजी से फैल रही इस बीमारी को लेकर प्रदेश सरकार ने रोग व्यापिकी विंग के उपनिदेशक डॉ. अरुण सरकैक को राज्य स्तरीय नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। बाकायदा लंपी रोग संबंधित बीमारी से संबंधित सूचना देने और पशुओं के स्वास्थ्य संबंधित मदद को लेकर इनका मोबाइल नंबर 94180-44545 जारी किया है। 

 

पंचायतीराज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि कि प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में गोवंश में लंपी चमड़ी रोग फैलने की आशंका को कम करने और नियंत्रित करने के लिए प्रदेश सरकार ने पशुपालन विभाग के माध्यम से त्वरित कदम उठाए हैं। प्रदेश सरकार ने वैक्सीन खरीदने के लिए जारी की 12 लाख की राशि जारी की है। 

 

अब तक हिमाचल प्रदेश में 27,831 गायों को वैक्सीन लगाई गई है। प्रभावित जिलों में विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों की टीमें बनाई गई हैं। प्रभावित क्षेत्रों के पांच किलोमीटर के दायरे में पशुओं का टीकाकरण किया जा रहा है। यह प्रक्रिया पशुपालकों को जागरूक किया जा रहा है। 

 

सभी जिलों में रोगी पशुओं के उपचार के लिए पर्याप्त दवाइयां उपलब्ध हैं। वीरेंद्र कंवर ने बताया कि प्रदेश स्तर पर और सभी जिलों के उपनिदेशकों से लंपी चमड़ी रोग की ताजा स्थिति की जानकारी ली जा रही है। 

 

पशुओं में लंपी चमड़ी रोग के लक्षण दिखने पर नजदीकी पशु चिकित्सा संस्थान में संपर्क करें। बीमार पशुओं को अन्य स्वस्थ पशुओं से अलग रखें , पशुशाला , आसपास कीटाणु और मक्खी मच्छर मुक्त कर दवाइयों का छिड़काव करें और पशुओं को रोग प्रतिरोधी टीके लगवाए।