होल टाइम डायरेक्टर बनने वाली पहली महिला बनीं सेबी की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच 

माधबी पुरी बुच को सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड आफ इंडिया (सेबी ) का चेयरपर्सन बनाया गया है। माधबी पुरी की नियुक्ति शुरूआत में तीन साल के लिए है

होल टाइम डायरेक्टर बनने वाली पहली महिला बनीं सेबी की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच 
होल टाइम डायरेक्टर बनने वाली पहली महिला बनीं सेबी की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच 

 

न्यूज़ एजेंसी - नई दिल्ली  28-02-2022


माधबी पुरी बुच को सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड आफ इंडिया (सेबी ) का चेयरपर्सन बनाया गया है। माधबी पुरी की नियुक्ति शुरूआत में तीन साल के लिए है। वे 2017 से 2021 के दौरान होल टाइम मेंबर थीं। ऐसा पहली बार हुआ है, जब एक महिला और निजी क्षेत्र के व्यक्ति की मार्केट रेगुलेटर के शीर्ष पद पर नियुक्ति की गई है। यह नियुक्ति सेबी के अध्यक्ष सदस्यों को काम पर रखने की नियमित प्रथा से भी अलग है, जो आम तौर पर सार्वजनिक क्षेत्र या नौकरशाही से आने वाले पुरुष थे। माधबी सेबी की चेयरपर्सन बनने वाली पहली महिला हैं।

 

यह पहली बार है कि प्राइवेट सेक्टर से किसी व्यक्ति को बाजार नियामक के महत्वपूर्ण पद के लिए चुना गया है। सेबी के वर्तमान चेयरमैन अजय त्यागी का कार्यकाल आज 28 फरवरी को खत्म हो जाएगा। रेगुलेटर चीफ के लिए पूर्व वित्त सचिव देबाशीष पांडा भी लाइन में थे। माधबी बुच ने अपना करियर देश में निजी सेक्टर में ICICI Bank से शुरू किया था। वे 2009 फरवरी से मई 2011 तक ICICI सिक्योरिटीज की MD एवं CEO थीं। 2011 में वे सिंगापुर चली गई। सिंगापुर में उन्होंने ग्रेटर पैसिफिक कैपिटल LLP ज्वॉइन किया। शेयर बाजार इस बात पर साफ तस्वीर का इंतजार कर रहा था, क्या सेबी को नया चेयरमैन मिलेगा या मौजूदा प्रमुख अजय त्यागी को एक और विस्तार मिलेगा।

 

कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) ने एक अधिसूचना में कहा कि बुच पिछले साल तक सेबी में पूर्णकालिक सदस्य के रूप में कार्यरत थी और इससे पहले शंघाई में न्यू डेवलपमेंट बैंक में सेवारत थी। गौरतलब है कि वित्त मंत्रालय ने अक्टूबर में सेबी के चेयरमैन के पद के लिए आवेदन आमंत्रित किए थे। आवेदन भरने की आखिरी तारीख 6 दिसंबर थी। 22 फरवरी को, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि चेयरमैन पद के लिए शॉर्टलिस्टिंग अभी होनी है। सरकार ने यूके सिन्हा को तीन साल के लिए अवधि को बढ़ा दिया था। इसके साथ वे डी आर मेहता के बाद दूसरे सबसे लंबे समय तक रहने वाले सेबी के प्रमुख बन गए थे।