आजादी के अमृत महोत्सव पर निशुल्क 75 हेल्थ कैम्प लगाएगा जुनेजा ट्रस्ट
उत्तर भारत की प्रतिष्ठित मैनकाइंड फार्मा कंपनी ने अपनी सामाजिक जिम्मेदारियों को निभाते हुए जगदीश चन्द जुनेजा ट्रस्ट की स्थापना की है। हॉस्पिटल में सभी प्रकार के आधुनिक उपकरण और योग्य डॉक्टर्स तथा पैरामेडिकल स्टाफ उपलब्ध हैं।
यंगवार्ता न्यूज़ - पांवटा साहिब 08-06-2022
उत्तर भारत की प्रतिष्ठित मैनकाइंड फार्मा कंपनी ने अपनी सामाजिक जिम्मेदारियों को निभाते हुए जगदीश चन्द जुनेजा ट्रस्ट की स्थापना की है। जिसके अंतर्गत जगदीश चन्द जुनेजा चैरिटेबल हॉस्पिटल पिछले कई वर्षों से चलाया जा रहा है। इस हॉस्पिटल में सभी प्रकार के आधुनिक उपकरण और योग्य डॉक्टर्स तथा पैरामेडिकल स्टाफ उपलब्ध हैं।
हॉस्पिटल की स्थापना का उद्देश्य क्षेत्र के लोंगों को सस्ते दर पर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करवाना है। हॉस्पिटल प्रबंधन के डॉ. संजीव सहगल ने बताया कि आज़ादी के अमृत महोत्सव वर्ष में मैनकाइंड हॉस्पिटल प्रबंधन ने क्षेत्र के दूर दराज इलाके में 75 फ्री मेडिकल कैम्प लगाने का लक्ष्य रखा है।
प्रबंधन ने तीन प्रकार के कैम्प उल्लेखित किये हैं। पहला जिसमें प्रायः सभी एक्सपर्ट करीब 8-10 डॉक्टर्स होंगे। दूसरा कैम्प 3 एक्सपर्ट डॉक्टर्स होंगे। जिसमे नेत्र रोग विशेषज्ञ , महिला व बाल रोग विशेषज्ञ तथा दन्त रोग विशेषज्ञ रहेंगे तीसरा बच्चों के लिए फ्री मेडिकल कैम्प हर रविवार को हॉस्पिटल में ही लगाया जायेगा।
सभी मेडिकल कैम्प पूर्णतः निःशुल्क होंगे जिसमे मौके पर जांच और सभी दवाइयां निःशुल्क उपलब्ध होंगी। इसी श्रृखला में आज एक फ्री मेडिकल कैम्प क्षेत्रीय विकास समिति व व्यापार मंडल कफोटा के संयुक्त सहयोग से आयोजित किया गया।
जिसमें डॉ. शैलेन्द्र रावल एम.डी. मेडिसिन,डॉ. अवकाश कुमार हड्डी रोग विशेषज्ञ, डॉ. राजुल चंचानी नेत्र रोग विशेषज्ञ, डॉ. अर्चना कश्यप बाल रोग विशेषज्ञ, डॉ.आशिमा दन्त रोग विशेषज्ञ और डॉ. अमित मंगला नाक, कान व गला रोग विशेषज्ञ व पैरा मेडिकल स्टाफ ने लगभग 350 रोगियों की जांच की उनका परिक्षण किया और उन्हें निःशुल्क दवाइयां दी गईं।
इस अवसर पर हॉस्पिटल प्रबंधन से डॉक्टर संजीव सहगल, पी. आर. ओ. रामलाल, संजय, अंकुश नरेश शड़वाल अध्यक्ष क्षेत्रीय विकास समिति
वीर विक्रम सिंह अध्यक्ष व्यापार मंडल कफोटा, तपेंद्र सिंह ,कपिल ठाकुर, ज्ञान चौहान, प्रवीण पुंडीर, तूलाराम शर्मा, भरत शर्मा और जगदीप शर्मा उपस्थित रहे।