यंगवार्ता न्यूज़ - बिलासपुर 13-01-2022
हिमाचल प्रदेश प्रशासनिक सेवा की प्रोबेशनर अधिकारी एवं धर्मशाला के विधायक की पत्नी ओशिन शर्मा ने पति पर फिर प्रताडऩा के आरोप लगाए है। उन्होंने कहा कि उन्हें उनके पति और उनके परिवार के सदस्य लगातार प्रताड़ित कर रहे हैं। पति उसे अब भी दिमागी तौर पर परेशान कर रहे हैं।
उनका कहना है कि सरकार एक तरफ बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का संदेश दे रही है, लेकिन जब बेटियां ही सुरक्षित नहीं होंगी, तो फिर इस मुहिम का क्या औचित्य? उन्होंने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राज्य के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से न्याय की गुहार लगाई है।
गुरुवार को बिलासपुर के सर्किट हाउस में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में ओशिन शर्मा ने अपने साथ हो रहे अन्याय और मानसिक प्रताडऩा के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि उनका यह विषय हालांकि हिमाचल की जनता से छिपा नहीं है और उस समय लोगों ने भी उन्हें काफी सपोर्ट किया।
सोशल मीडिया के माध्यम से उन्हें प्रताड़ित करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी गई। एक महिला के सम्मान व स्वाभिमान को ठेस पहुंचाई गई। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मांग की है कि धर्मशाला में सत्ता के दुरुपयोग को रोका जाए। जो जनता के सामने कुछ हैं और पीठ पीछे कुछ और हैं।
वह किसी के साथ न्याय नहीं कर सकते। पत्रकारों से बातचीत में कहा कि जिस तरह से उनके पति को पूरे स्वाभिमान के साथ जीने का अधिकार है, वैसे ही अधिकार उन्हें भी है, लेकिन पति फिर भी परेशान करने से बाज नहीं आ रहे हैं। इस कारण से अब वह अपने दायित्व का भी सही तरीके निर्वहन नहीं कर पा रही है। 26 अप्रैल 2021 में उनका विवाह धर्मशाला के विधायक के साथ हुआ था।
उसके बाद उनके साथ अत्याचार शुरू हो गए थे। उन्होंने कुछ समय तक तो सहन किया, लेकिन जब विरोध किया तो गत वर्ष जून में उनके साथ उनके पति व परिवार के सदस्यों द्वारा न केवल उन्हें मानसिक रूप से परेशान किया गया था, बल्कि मारपीट भी की गई थी। उसके बाद उन पर पुलिस में की गई एफआईआर वापस लेने का दबाव डाला गया।
उन्होंने इसलिए एफआइआर वापस ली थी, क्योंकि उन्हें उनके पति ने दस वर्ष तक तलाक नहीं देने की बात कही थी। हालांकि यह मामला अभी न्यायालय में लंबित है, फिर भी उनके पति द्वारा परेशान किया जा रहा है।
ओशिन ने कहा कि इस मामले पर उनके पति द्वारा मीडिया में जो बयान दिया गया था, उस पर बाद में वह मुकर गए थे। ओशिन शर्मा ने रुंधे स्वर में कहा कि जब वह जोगिंदर नगर व हमीरपुर में प्रोबेशनर पीरियड पर कार्यरत थी तो भी उनके पति वहां पर परेशान करने का प्रयास करते थे।
यहीं नहीं, हिप्पा में प्रशासनिक अधिकारी के प्रशिक्षण के दौरान भी उन्हें बेवजह तंग किया गया। इस कारण उन्हें शिमला के ढली थाने में शिकायत दर्ज करवानी पड़ी थी। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके पति उनके खिलाफ सत्ता का दुरुपयोग कर सकते हैं।
वह इस संबंध में लोगों को जागरूक कर सच्चाई सामने रखना चाहती हैं। उन्होंने कहा कि सही जागरूकता की कमी के कारण आज समाज में कितनी महिलाएं व बेटियां घरेलू हिंसा की शिकार हो जाती हैं और वह डर के कारण कुछ बोल भी नहीं पाती है।
उनके साथ जब यह घटना हुई थी, तब उन्हें समाज का समर्थन मिला था। उन्हें उम्मीद है कि अब भी लोग उनका साथ देंगे, क्योंकि हम सभी को स्वाभिमान के साथ जीवन जीने का अधिकार है।
बेटियों के अधिकारों के हनन को रोकने के लिए प्रधानमंत्री से मांग की है। एक तरफ सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा दे रही है तो दूसरी ओर बेटियां घरेलू हिंसा की शिकार हो रही हैं और इस हिंसा का शिकार होने वाली बेटियों में वह भी एक है।