यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 30-09-2022
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज शिमला जिला के ठियोग विधानसभा क्षेत्र के कुमारसैन में ‘‘प्रगतिशील हिमाचलः स्थापना के 75 वर्ष’’ कार्यक्रम की अध्यक्षता की। इस दौरान उन्होंने क्षेत्र के लोगों के लिए लगभग 44.83 करोड़ रुपए की 24 विकासात्मक परियोजनाओं के लोकार्पण व शिलान्यास किए। कुमारसैन के दरबार मैदान में विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने अग्निशमन उपकेंद्र ठियोग को अग्निशमन केंद्र में स्तरोन्नत करने की घोषणा की।
नारकंडा पुलिस चौकी को स्तरोन्नत कर पुलिस थाना बनाने, तानु-जुब्बड झील के सौंदर्यीकरण के लिए नई राहें, नई मंजिलें योजना के तहत 20 लाख रुपए का प्रावधान करने, कुमारसैन नागरिक अस्पताल को स्तरोन्नत कर इसकी बिस्तर क्षमता 50 बिस्तर करने, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नारकंडा को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्तरोन्नत करने तथा थाथल सड़क व तानु जुब्बड-शिला जान सड़कों के लिए 10-10 लाख रुपए प्रदान करने की घोषणा की। उन्होंने सभी की सहमित के साथ प्रक्रिया पूरी करने के उपरांत कुमारसैन पंचायत को नगर पंचायत बनाने, कांगल विश्राम गृह का शेष कार्य शीघ्र पूरा करने और सब जज कोर्ट की स्थापना के लिए आवश्यक औपचारिकताएं पूर्ण करने की भी बात कहीं।
जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रगतिशील हिमाचलः स्थापना के 75 वर्ष कार्यक्रम के आयोजन के प्रति हमारी भावना पवित्र रही है। यह सभी का कार्यक्रम है और हिमाचल की प्रगति में सभी के योगदान को स्मरण करने और उनका आभार व्यक्त करने का हमें अवसर देता है। प्रदेश के नेतृत्व के साथ-साथ राज्य की मेहनतकश व ईमानदार जनता का भी उल्लेखनीय योगदान हिमाचल की प्रगति में रहा है। उन्होंने इस क्षेत्र के लिए सत्यानंद स्टोक्स के प्रयासों की भी सराहना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने कोविड महामारी के बावजूद प्रदेश में विकास की गति को बनाए रखा।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सक्षम नेतृत्व में भारत इस संकट से बाहर निकलने में सफल रहा और उनके मार्गदर्शन में कोविड टीके के निर्माण के साथ ही भारत में विश्व का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान सफलतापूर्वक चलाया गया। हिमाचल प्रदेश को लक्षित आबादी के टीकाकरण के लिए देशभर में अव्वल आंका गया जिसके लिए यहां की जनता बधाई की पात्र है। जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार ने कार्यभार संभालने के साथ ही कई रिवाज बदलने की पहल की। पहले दिन से ही राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से कार्य करने का रिवाज बदला। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने सदैव गरीब के करीब रहकर कार्य करने का प्रयास किया। सामाजिक सुरक्षा पेंशन के लिए पात्रता की आयु सीमा घटाकर पहले 80 से 70 वर्ष और अब 70 से घटाकर 60 वर्ष की गई है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में लगभग साढ़े सात लाख लोगों को इस सुविधा का लाभ मिल रहा है जिस पर लगभग 1300 करोड़ रुपए व्यय किए जा रहे हैं। स्थानीय विधायक राकेश सिंघा ने भी इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त किए और मुख्यमंत्री का विधानसभा क्षेत्र में पहुंचने पर स्वागत किया। उन्होंने कहा कि प्रगतिशील हिमाचलः स्थापना के 75 वर्ष कार्यक्रम हमें स्वतंत्रता के उपरांत हिमाचल की विकास गाथा के साथ ही स्वतंत्रता पूर्व आजादी के नायकों को याद करने का भी अवसर प्रदान करता है। उन्होंने क्षेत्र की विकासात्मक जरूरतों का उल्लेख भी किया। एपीएमसी के अध्यक्ष नरेश शर्मा ने सेब बागवानों के हित में वर्तमान प्रदेश सरकार द्वारा उठाए गए कदमों का ब्यौरा दिया।
प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य संदीपनी भारद्वाज तथा महासू भाजपा जिलाध्यक्ष अजय श्याम ने मुख्यमंत्री का स्वागत कर स्थानीय मांगों का ब्यौरा प्रस्तुत किया। उन्होंने क्षेत्र को करोड़ों रुपए की विकासात्मक परियोजनाओं की सौगात देने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश राज्य खादी बोर्ड के अध्यक्ष पुरुषोत्तम गुलेरिया, हिमकोफैड के अध्यक्ष कौल नेगी , भाजपा मंडल अध्यक्ष दुनीचंद कश्यप, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य राजेंद्र कश्यप, पंचायत समिति अध्यक्ष नवीन चौहान एवं यशोदा, जिला परिषद सदस्य, उपायुक्त आदित्य नेगी, पुलिस अधीक्षक मोनिका सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।