खेतों में किसान की मृत्यु होने पर सरकार देंगी तीन लाख मुआवजा
यंगवार्ता न्यूज़ - ऊना 13-02-2021
किसानों की आय को दोगुना करने के लिए प्रयासरत प्रदेश सरकार उनकी दुर्घटना के समय भी सहायता करती है। संकट की घड़ी में किसानों की मदद के लिए प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री किसान एवं खेतिहर मजदूर जीवन सुरक्षा योजना चला रही है।
यह बात ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज, कृषि, मत्स्य तथा पशुपालन मंत्री वीरेंद्र कंवर ने शुक्रवार को ग्राम पंचायत बटूही में एक दिवसीय किसान प्रशिक्षण शिविर की अध्यक्षता करते हुए कही।
वीरेंद्र कंवर ने कहा कि जीवन सुरक्षा योजना के अंर्तगत खेती-बाड़ी करते हुए दुर्घटना की स्थिति में किसान की मृत्यु पर परिवार को तीन लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। यही नहीं, योजना के तहत घायल होने पर भी एक लाख से 10 हजार तक मुआवजे का प्रावधान है।
स्थायी रूप से रीढ़ की हड्डी टूटने पर एक लाख रुपए, दोनों बाजू या दोनों टांगें या एक बाजू व एक टांग के पूर्ण रूप से कटने पर 40,000 रुपए, एक बाजू या टांग या चार उगलियां कटने पर 30,000 रुपए, एक से तीन उगंली के पूर्ण रूप से कट जाने पर 20,000 रुपए और आंशिक रूप से उंगली व अंगूठा कटने पर 10,000 रुपए की राशि सहायता के रूप में प्रदान की जाती है।
इस दौरान वीरेंद्र कंवर ने घंडावल में खेल का मैदान बनाने के लिए 15 लाख रुपए देने की घोषणा की। वहीं, मंत्री ने प्रशिक्षण शिविर के दौरान किसानों को निशुल्क बीज किट भी वितरित किए।
इस दौरान जिला भाजपा अध्यक्ष मनोहर लाल शर्मा, मास्टर तरसेम लाल शर्मा, रानी गिल, राकेश कुमार, गुरदयाल गिल, कमलेश, राकेश, अश्वनी ठाकुर, रजत, सुरेश बांका, एनके लट्ठ, डा. अतुल डोगरा, निदेशक आत्मा डा. आरएस कंवर आदि उपस्थित रहे।
शिविर के दौरान कृषि मंत्री ने किसानों से प्राकृतिक खेती अपनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती को अपना कर हम न सिर्फ रसायनों से मुक्त हो सकते हैं, बल्कि कृषि खर्च भी कम किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि किसानों को पारंपरिक खेती छोड़कर कैश क्रॉप की ओर जाना चाहिए, ताकि उन्हें अधिक लाभ प्राप्त हो सके।