यंगवार्ता न्यूज़ - पांवटा साहिब 10-06-2023
जिला सिरमौर की महिलाएं अब फलों, फूलों और औषधीय पौधों की खेती कर आत्मनिर्भर बनेगी। महिलाओं के लिए क्षेत्रीय बागवानी अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र धौलाकुआं में पांच दिवसीय प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया। शिविर के अंतिम दिन महिला किसानों को वन अनुसंधान संस्थान देहरादून का एक्सपोज़र टूर करवाया गया। जहां अनुसंधान केंद्र के वैज्ञानिकों और सिरमौर उद्यानिकी विभाग की ओर से कृषक महिलाओं को प्रमाण पत्र और गार्डनिंग किट वितरित की गई।
गौर हो कि जिला बागवानी विभाग के सौजन्य से महक योजना के तहत प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया था। डॉ. संजीव संयाल सहायक प्रोफेसर ने औषधि मशरूम की खेती के विभिन्न पहलुओं के बारे में जानकारी दी। उन्होंने ढींगरी की साजोर काजू और डायजामोर वैरायटी के औषधीय गुणों के बारे में बताया। साथ ही नीनी स्वयं सहायता समूह की ओर से महिला उद्यमी नरेंद्र कौर ने महिलाओं को औषधीय और सुगंधित पौधों से आय बढ़ाने पर व्याख्यान दिया।
इसके बाद सिरमौर जिले के उद्यानिकी विभाग की मुख्य पुष्प वैज्ञानिक डॉ. प्रियंका ठाकुर ने महिला कृषकों के लिए एक शैक्षिक भ्रमण का आयोजन किया। देहरादून में डॉ. बीपी टमटा ने विभिन्न प्रकार के औषधीय पेड़, छोटे वृक्ष और पौधों, विशेष रूप से मक्खन पेड़, फाइकस इस्पे, ब्राह्मी, स्टीविया , कॉफी, एलोवेरा, लेमन घास आदि के बारे में बताया।
इस शिविर में इलाके की 25 महिला किसानों ने हिस्सा लिया, जिन्होंने फलों, फूलों और औषधीय पौधों के बारे में जानकारी हासिल की। डॉ. अजय ठाकुर ऊष्मीय पौधों और बांस को दिखाया। कार्यक्रम के दौरान क्षेत्रीय बागवानी अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र धौला कुआं के सहायक प्रोफेसर डॉ. संजीव सन्याल, एसएमएस पांवटा साहिब डॉ. अमित बक्शी, डॉ. रविंद्र ठाकुर, सुखविंदर कौर, संजीव बंसल, प्रेम पाल, राकेश चौधरी भी उपस्थित थे।