नेशनल कबड्डी कैंप के लिए हिमाचल के दस खिलाड़ियों का चयन
यंगवार्ता न्यूज़ - धर्मशाला 10-09-2020
नेशनल कबड्डी कैंप के लिए हिमाचल के दस खिलाड़ियों का चयन हुआ है। पहली बार नेशनल कैंप भी ऑनलाइन चल रहा है। हिमाचल के कबड्डी खिलाड़ी इन दिनों ऑनलाइन नेशनल कैंप में घर पर ही अपने कोच से खेल के टिप्स ले रहे हैं।
खिलाड़ी अपने घरों के आसपास खेत- सड़क और जंगल में प्रैक्टिस कर रहे हैं। खिलाड़ी रोज सुबह-शाम तीन घंटे 5-7 किलो वजनी पत्थर के गोले उठाकर घर, सड़क, जंगल में अभ्यास कर रहे हैं। सिंथेटिक ट्रैक की बजाय खिलाड़ी गांव की सड़क पर दौड़कर पसीना बहा रहे हैं।
एमेच्योर कबड्डी फेडरेशन ऑफ इंडिया ने कबड्डी के नेशनल कोचिंग कैंप का खिलाड़ियों को ऑनलाइन ट्रेनिंग के लिए शेड्यूल जारी कर दिया है। नेशनल कोचिंग कैंप सितंबर के पहले सप्ताह से शुरू हुआ है।
लाकडाउन से खिलाड़ी भी घरों में कैद हैं। खिलाड़ियों को उनके कोच व्हाट्सएप के जरिये वर्कआउट का शेड्यूल भेज रहे हैं।
साई हॉस्टल धर्मशाला के प्रभारी और वालीबाल कोच प्रीतम चौहान ने कहा कि करोना के कारण साई हॉस्टल बंद हैं।
इसके चलते खेल के मैदान में प्रैक्टिस न कर पाने के कारण साई के खिलाड़ियों को कोच व्हाट्सएप और स्काइप के जरिये प्रैक्टिस करवा रहे हैं। कहा कि खिलाड़ियों को उम्मीद है कि जल्द हॉस्टल खुलेगा और एक बार फिर देश के लिए खिलाड़ी खेलेंगे।
पुरुष वर्ग के सोलन जिले के रोहित, मंडी के सुंदरनगर से नितेश सिंह ठाकुर, ऊना के विशाल भरद्वाज का चयन हुआ हैं।
महिला वर्ग में शिमला से अंशुल ठाकुर और स्वीटी, धर्मशाला साई हॉस्टल से कविता, ज्योति, पुष्पा सहित बिलासपुर हॉस्टल से निधि शर्मा, मंडी की भावना देवी का चयन हुआ हैं।
हिमाचल कबड्डी संघ के अध्यक्ष और कोच राजकुमार नीतू ने कहा कि यह पहला मौका है कि सूबे से दोनों वर्गों में दस खिलाड़ियों का चयन इंडिया कोचिंग कैंप के लिए हुआ है।
साई हॉस्टल धर्मशाला की ज्योति ने बताया कि कोरोना में अभ्यास के साथ-साथ खुद को फिट रखना भी बड़ी चुनौती बन गई है। हमने जंगल में मैदान बनाकर प्रेक्टिस की।
बिलासपुर की निधि शर्मा ने बताया कि कोच ऑनलाइन प्रशिक्षण दे रहे हैं। मैने अधिकतर घर की छत पर अभ्यास किया। इसके साथ ईंटे उठाकर वर्कआउट किया।
सुंदरनगर से नितेश ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान उन्होंने खेतों में अभ्यास किया। कभी परिस्थितियों से घबराना नहीं चाहिए। जो समय मिला, उसका सदुपयोग किया।
साई हॉस्टल धर्मशाला की पुष्पा ने बताया कि यह दौर सभी के लिए मुश्किल रहा है। हमने आपदा को अवसर में बदलने का काम किया है। ऑनलाइन प्रशिक्षण ले रहे हैं।