नाहन में दिखी नेपाली संस्कृति की झलक,सावन मास पर नेपाली मूल की महिलाओं ने गाए देवड़ा गीत
सावन मास के शुरुवात पर ऐतिहासिक शहर नाहन में नेपाली संस्कृति की झलक देखने को मिली। दरअसल यहां नेपाली मूल की महिलाओं द्वारा सावन माह के शुरू होने के उपलक्ष पर देवड़ा गीत गाए जाते हैं महिलाएं यह परंपरा यहां कई सालों से निभा रही
राज परिवार के महल परिसर में हुआ आयोजन, हर वर्ष परंपरा को निभाती है नेपाली मूल की महिलाएं
यंगवार्ता न्यूज़ - नाहन 18-07-2022
सावन मास के शुरुवात पर ऐतिहासिक शहर नाहन में नेपाली संस्कृति की झलक देखने को मिली। दरअसल यहां नेपाली मूल की महिलाओं द्वारा सावन माह के शुरू होने के उपलक्ष पर देवड़ा गीत गाए जाते हैं महिलाएं यह परंपरा यहां कई सालों से निभा रही है।
सावन माह के शुरू होने के उपलक्ष पर नेपाल में महिलाएं देवड़ा गीत गाकर खुशी का इजहार करती है कई सालों से सिरमौर जिला मुख्यालय नाहन के ऐतिहासिक शहर में रह रहे नेपाली मूल के लोग इस परंपरा को यहां भी निभा रहे हैं।
नेपाली मूल की महिलाएं सालों से राज परिवार के रेंजोर पैलेस में इकट्ठा होकर इस परंपरा को निभाती है नेपाली मूल की महिलाओं ने बताया कि हर वर्ष वो रेंजौर पैलेस में सावन मास के शुरू होने की खुशी में देवड़ा गीत गाती है इसके बाद एक माह बाद तीज मनाई जाएंगी।
म हिलाओं ने बताया कि भले ही वो अपने देश से बाहर है मगर यहां रहकर भी वह नेपाल की संस्कृति को निभा रहे हैं और हर वर्ष नाहन में राज परिवार के महल परिसर में इस परंपरा को निभाया जाता है। उन्होंने कहा कि यह महा खुशी के रूप में मनाया जाता है और इस दौरान महिला एवं बच्चों और अपने रिश्तेदारों के लिए विशेष पकवान बनाती है।
राज परिवार के सदस्य व नाहन के पूर्व विधायक अजय बहादुर सिंह ने बताया कि रेंजोर पैलेस में सालों से नेपाली मूल की महिलाओं द्वारा यह परम्परा निभाई जा रही है जिसमें नेपाली संस्कृति की झलक देखने को मिलती है।
उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक शहर नाहन सर्व धर्म शहर है और यहां अनेकों धर्म और समुदाय के लोग यहाँ अपनी-अपनी रीति-रिवाजों के अनुसार त्यौहार मनाते हैं। इस तरह की तस्वीरें आपसी भाई चारे को भी दर्शाती है।