पांवटा साहिब में वामन जयंती की धूम,श्रद्धालुओं ने शीश नवाकर मांगी दुआएं

पांवटा साहिब में वामन जयंती की धूम,श्रद्धालुओं ने शीश नवाकर मांगी दुआएं

यंगवार्ता न्यूज़ - पांवटा साहिब   17-09-2021

शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को वामन जयंती मनाई जाती है. इस साल यह जयंती 17 सितंबर  शुक्रवार को है. वही गुरु भूमि पांवटा साहिब में बावन भगवान की एक पालकी निकालकर यमुना स्नान घाट तक पहुंचाई। 

इस दौरान शहर के कई श्रद्धालु मौजूद रहे और यमुना शान घाट पर वामन भगवान की पालकी पर शीश नवाजा अपनी मनोकामनाएं मांगी। इस दौरान पावटा एसडीएम विवेक महाजन भी मौजूद रहे।

वही पांवटा साहिब में पुजारी ने बताया कि शुक्रवार देर शाम भागवत पुराण के अनुसार, इस दिन भगवान विष्णु ने ब्राम्हण बालक के रूप अवतार लिया था. वामन भगवान विष्णु के दशावतार में से पांचवे अवतार थे और त्रेता युग में पहले अवतार थे। 

भगवान वामन ने प्रहलाद के पौत्र राजा बलि का घमंड तोड़ने के लिए तीन कदम में तीनों लोक नाप दिए थे। भगवान विष्णु का पांचवां अवतार वामन देव ने भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष द्वादशी को अभिजित मुहूर्त में श्रवण नक्षत्र में माता अदिति व कश्यप ऋषि के पुत्र के रूप में जन्म लिया था। 

पौंटा साहिब के मधुकर डोकरी ने बताया कि हर वर्ष वामन भगवान की जयंती धूमधाम से मनाई जाती थी। दूर-दूर से लोग यहां पर आते थे इस बात करो ना की वजह से लोग कम पहुंचे हैं। 

जिसके चलते शहर वासियों को भी खेद है कि मां यमुना तट पर हजारों की तादाद में श्रद्धालु पहुंचते थे सिर झुकाते थे। अपनी मनोकामनाएं मांगते थे लेकिन इस बार कम लोगों के बीच में ही यह आयोजन मनाया गया।