बिजली परियोजनाएं बन रही किन्नौर की बर्बादी का कारण , सतलुज पर बने हैं 22 बिजली प्रोजेक्ट
यंगवार्ता न्यूज़ - रिकांगपिओ 12-08-2021
हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जिला किन्नौर के पहाड़ बिजली प्रोजेक्टों के निर्माण से खोखले हो रहे हैं। लगातार ब्लास्टिंग बढ़ने से किन्नौर जिले में भूस्खलन की घटनाएं बढ़ रही हैं।
किन्नौर में सतलुज नदी के बेसिन पर 22 बिजली प्रोजेक्टों का निर्माण किया गया है। इसके अलावा सड़कों के निर्माण के लिए होने वाले ब्लास्ट से भी पर्यावरण को नुकसान हो रहा है। किन्नौर जिले के अधिकांश पहाड़ अति संवेदनशील हैं। बरसात के दौरान यह सबसे ज्यादा दरकते हैं।
पहाड़ों की बनावट कुछ ऐसी है कि इनमें बरसात में काफी ज्यादा नमी उत्पन्न होती है। ये पहाड़ छोटी-छोटी चट्टानों के टुकड़ों और मिट्टी से बने हैं। जानकारों का कहना है कि किन्नौर और प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में होने वाले भूस्खलन की बढ़ती घटनाओं को रोकने के लिए वैज्ञानिक आधार पर उचित कदम उठाए जाने चाहिए।
जलविद्युत और अन्य परियोजनाओं के जो कार्य किए जा रहे हैं, उनके निर्माण में सुरक्षा व इससे पर्यावरण के संरक्षण के लिए भी ठोस कदम उठाने की जरूरत है।