मिसाल : शिलाई की स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने होली के लिए तैयार किये नेचुरल कलर 

मिसाल : शिलाई की स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने होली के लिए तैयार किये नेचुरल कलर 
यंगवार्ता न्यूज़ - शिलाई 20-03-2021
 
होली पर भले ही देशभर में रासायनिक युक्त रंगों का इस्तेमाल क्या जाता है , वहीं जिला सिरमौर के दूरदराज के शिलाई क्षेत्र की स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने नेचुरल कलर तैयार कर लोगों को रसायनों से होने वाले नुकसान से निजात दिलाया जा रहा है।
 
जानकारी के मुताबिक शिलाई विकास खंड के गांव शिलाई में स्वयं सहायता समूह द्वारा प्राकृतिक रंग तैयार किए गए हैं , जो हाथों हाथ बिक रहे हैं। बताते हैं कि शिलाई की सहायता समूह की महिलाओं ने चुकंदर और आरारोट के मिश्रण से नेचुरल कलर तैयार किया है।
 
आज शिलाई विकास खंड कार्यालय में जनप्रतिनिधियों की बैठक के दौरान महिलाओं ने हिम इरा शॉप में नेचुरल कलर बिक्री के लिए लाए जो हाथों हाथ बिक गए। बताते हैं कि स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने चुकंदर और आरारोट  के मिश्रण से बनाएं प्राकृतिक रंगों के करीब डेढ़ सौ पैकेट बेचे , जिससे महिलाओं को ₹3000 की बिक्री हुई।
 
खंड विकास अधिकारी शिलाई  विनीत ठाकुर ने बताया कि सहायता समूह द्वारा होली के लिए प्राकृतिक रंग तैयार किए गए हैं जो इन महिलाओं की सराहनीय पहल है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा स्वयं सहायता समूह द्वारा निर्मित उत्पादों के लिए विकास खंड कार्यालय में हिम इरा शॉप खोली गई है , जहां महिलाएं अपने उत्पाद  बेच  सकती है।
 
उन्होंने कहा कि सहायता समूह द्वारा ना केवल नेचुरल कलर तैयार किए गए हैं , बल्कि अन्य उत्पाद भी बनाए जाते हैं। ठाकुर ने बताया कि शिलाई विकासखंड में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा दालें ,  मसाले , मक्की का आटा , देसी घी के अलावा हस्त निर्मित स्वेटर व अन्य उत्पाद तैयार किए जाते हैं जिनकी ना केवल हिम ईरा शॉप में बिक्री के लिए रखे जाते हैं बल्कि प्रदेश भर में लगने वाली प्रदर्शनियों में भी यह उत्पाद महिलाओं द्वारा बेचे जाते हैं।