विधानसभा सत्र के अंतिम दिन सदन में हंगामा, विपक्ष ने सदन से किया वाकआउट

हिमाचल प्रदेश की चौदहवीं विधानसभा के शीत सत्र के तीसरे व अंतिम दिन शुक्रवार को राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में बोलने का अवसर नहीं देने पर विपक्ष ने सदन से वाकआउट कर दिया।

विधानसभा सत्र के अंतिम दिन सदन में हंगामा, विपक्ष ने सदन से किया वाकआउट

यंगवार्ता न्यूज़ - धर्मशाला     06-01-2023

हिमाचल प्रदेश की चौदहवीं विधानसभा के शीत सत्र के तीसरे व अंतिम दिन शुक्रवार को राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में बोलने का अवसर नहीं देने पर विपक्ष ने सदन से वाकआउट कर दिया।  

नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के सदन में नहीं होने पर विपिन सिंह परमार ने भाजपा विधायक दल का नेतृत्व किया। सदन में विधानसभा अध्यक्ष ने किस सदस्य को बोलना है, इस पर अपने विशेषाधिकार का इस्तेमाल करने की बात की तो भाजपा विधायक दल ने तानाशाही का आरोप लगाते हुए नारेबाजी शुरू की और वाकआउट किया।

विपक्ष के सदस्यों ने अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में बोलने का अवसर नहीं देने का विरोध किया। इससे पहले सदन में जमकर हंगामा हुआ। स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया ने भोरंज के कांग्रेस विधायक सुरेश कुमार को चर्चा में वक्तव्य देने वाला अंतिम सदस्य बताया तो इस पर सदन में हंगामा हो गया। 

स्पीकर बोले -सुबह बोलने की सूची आई थी। उस हिसाब से नए सदस्य को बोलने का मौका दिया गया। लेकिन इसके बाद नोकझोंक बढ़ती ही रही। विपक्ष के नहीं लौटने पर निर्धारित समयानुसार सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई।

सदन में उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि अगर हम इनके कच्चे चिट्ठे खोलना शुरू कर देते तो ये यहां बैठने के काबिल नहीं रहते। पर सरकार ने ऐसा नहीं किया। इन्होंने सुबह से ही इसका मन बना दिया था। मुकेश ने बगैर विपक्ष के ही अपना वक्तव्य दिया। 

उन्होंने कहा कि भाजपा चुनी हुई कांग्रेस सरकार के बारे में अफवाह फैला रही है। जयराम ठाकुर कह रहे हैं कि सरकार नहीं चलेगी। जयराम तो क्या इस सरकार को कोई परिंदा भी पर नहीं मार सकता है। मुकेश ने कहा कि अभी तो फाइलें खुलेंगी, दस्तावेज निकलेंगे।

मुकेश ने आगे कहा कि 15 सीटों के भव्य अंतर से कांग्रेस की सरकार बनी है। साथियों ने यहां ओपीएस की बात की है। जब सारे मंत्री बनेंगे तो ओपीएस का एलान भी होगा। सरकार महिलाओं को 1,500 रुपये देने पर प्रतिबद्ध है। इनको तो जनता नकार चुकी है। ये अपनी पार्टी की बात देखे। कोई चुनाव से पहले रो रहा है तो कोई बाद में रो रहा है। जो कहते थे कि वे गो के रखवाले हैं। 

उन्होंने पांच साल कुछ नहीं किया। पांच साल नौकरियां बिकती रहीं। नौकरियों की क्या लूट मची हुई थी। इसका परदाफाश करेंगे। सीएम कार्यालय से पर्चे दिए जाते थे। अलग कमरों में बैठाकर परीक्षा लेते थे।  मुकेश ने कहा कि केंद्र से अपना हक-हुकूक अधिकार से लेंगे। 

भाजपा ने रैलियां सरकारी खर्च पर कीं। 40 करोड़ खर्च किए। टेंट तक हिमाचल के बाहर के लोगों से लगवाएं। हिमाचल में सरकारी कोष को लूटा। अभी भी बिल देने को हैं। कांग्रेस ने रचनात्मक पहल की है।  

मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि जयराम को कोठी मिल चुकी है। अभी मुझे कोठी नहीं मिली। मेरे पास पांच साल कौन सी गाड़ी रही है, उसकी ये पड़ताल कर सकते हैं। पांच साल कोठी में नहीं गया। विधानसभा के फ्लैट में रहा। हम विपक्ष का सम्मान करते हैं।