चमेल देसाइक - शिलाई 10-04-2021
उपमंडल में दर्जनों पक्षियों के मरने का मामला आने से सनसनी फेल गई है। पक्षियों के मृत शव मिलने के बाद तरह तरह की अटकलें लगाई जा रही है। कई लोग जहरीला पदार्थ खाने से पक्षियों के मरने की बात कह रहे है तो कई लाईलाज बीमारी फैलने की बात कर रहे है।
ऐसे में मामला कुछ भी हो, लेकिन प्रशाशन व स्थानीय निवासियों को गम्भीरता से अवश्य लेना चाहिए। विभागीय जानकारी अनुसार वन विभाग कार्यालय शिलाई परिसर में चीड़ के जंगल में आधा दर्जन काले कौवा पक्षी के शव मिले है, इनमे कुछ शव एक सप्ताह से पहले के है ऐसा कहाँ जा रहा है, तो कुछ शव ताजे बताए जा रहे है कई पक्षियों के शव, कुत्ते, बिल्ली, चींटियों, मख्खीयों ने खाए है तथा शव को दयनीय हालत में एकत्रित किया गया है।
बताया जा रहा है कि वन विभाग परिसर के अतिरिक्त्त शिलाई गांव, महाविद्यालय परिसर के बाहर , शिलाई महाविद्यालय से कुहन्ट पंचायत को जाने वाले रास्ते मे पक्षियों के शवों को देखा गया है। वन विभाग की टीम पक्षियों के शवों को एकत्रित कर जांच के लिए जांचलेब भेज रही है।
आश्चर्य इस बात से हो रहा है कि पिछले 10 दिनों में क्षेत्र में पक्षियों के लगातार शव मिल रहे है, जहां से शव बरामद किए गए है वह वन विभाग के कब्जे वाला क्षेत्र है। विभागीय कार्यालय ईसी परिसर में बना हुआ है, 10 मीटर के दायरे में पुलिस थाना, 50 मीटर दायरे में उपमंडलाधिकारी, तहसील कार्यालय है 10 मीटर पर ही सीडीपीओ कार्यालय सहित रिहायशी क्षेत्र आता है , लेकिन किसी ने पक्षियों के क्रमानुसार मरने पर गौर नही किया है।
जब मीडिया की टीम ने मौका का निरीक्षण किया तो मरने वाले पक्षियों की संख्या भी बढ़ गई तथा वन विभाग हरकत में आया है। मामले की सूचना शिलाई उपमण्डलाधिकारी को दी गई है, जिसके बाद वन विभाग ने पक्षियों के शवों को अपने कब्जे में लिया है , लेकिन पशु औषधालय के अधिकारी व कर्मचारियों ने ज्यादा दिलचस्पी नही दिखाई है।
विभागीय डॉक्टर तो दूर लेकिन कोई कर्मचारी भी मृत पक्षियों के शव व सेंपल लेने के लिए मौका पर नही पहुंचे है। कार्यकारी वन परिक्षेत्र अधिकारी विद्या सागर ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि उन्होंने मृत पक्षियों के शवों को एकत्रित किया है। उन्होंने कहा कि जांच के लिए लैब में भेजने के लिए सम्बन्धित विभाग से जरूरी व्यवस्था करवाने के लिए कहा है।
पशु औषधालय कार्यालय से कोई डॉक्टर व कर्मचारी उनके पास नहीं पहुँचा है जबकि उपमंडलाधिकारी शिलाई को मामले की पूरी जानकारी दे दी गई है। विभागीय कर्मचारियों द्वारा अन्य जगह जंगलों में मरे हुए पक्षियों के शवों को ढूंढा जा रहा है। लोगों के स्वास्थ्य को देखते हुए मामला गंभीर है इससे नकारा नही जा सकता है।