हर की पौड़ी में अस्थियां विसर्जित की जाती है न की पदक , श्री गंगा सभा ने पहलवानों की नहीं दी अनुमति
हर की पौड़ी में अस्थियां विसर्जित की जाती है न की पदक , श्री गंगा सभा ने पहलवानों की नहीं दी अनुमति
हर की पौड़ी की प्रबंध कार्यकारिणी संस्था श्री गंगा सभा ने दिल्ली जंतर मंतर पर धरना प्रदर्शन करने वाले पहलवानों के हर की पौड़ी पर पदक विसर्जन किए जाने की अनुमति देने से मना कर दिया है। सभा ने पहलवानों की इस घोषणा पर आपत्ति
हर की पौड़ी की प्रबंध कार्यकारिणी संस्था श्री गंगा सभा ने दिल्ली जंतर मंतर पर धरना प्रदर्शन करने वाले पहलवानों के हर की पौड़ी पर पदक विसर्जन किए जाने की अनुमति देने से मना कर दिया है। सभा ने पहलवानों की इस घोषणा पर आपत्ति की है। हर की पौड़ी की प्रबंध कार्यकारिणी संस्था श्री गंगा सभा के अध्यक्ष नितिन गौतम ने बयान जारी कर कहा है कि यह सनातन का पवित्र तीर्थ स्थल है, इसे राजनीति का अखाड़ा नहीं बनने दिया जाएगा।
उन्होंने प्रशासन से मांग की कि वह पहलवानों को ऐसा करने से रोके। आशंका व्यक्त करते हुए कहा कि प्रतिदिन संध्या कालीन आरती के लिए हजारों श्रद्धालु हर की पौड़ी और उससे जुड़े गंगा घाटों पर शाम 5:00 बजे के बाद से श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटना शुरू हो जाते हैं, यह भीड़ रात करीब 7:30 से 8:00 बजे तक बनी रहती है। ऐसे में पहलवानों की यह हरकत किसी भी बड़ी दुर्घटना या भगदड़ का कारण बन सकती है। इस दृष्टिकोण से भी उनके इस कदम पर रोक लगाई जानी चाहिए।
श्री गंगा सभा के अध्यक्ष नितिन गौतम ने कहा कि हर की पौड़ी गंगा आरती और अस्थि विसर्जन का क्षेत्र है ना कि मेडल विसर्जन का। श्री गंगा सभा ऐसे किसी भी कृत्य का विरोध करती है, निंदा करती है, और बहिष्कार करती है। उन्होंने कहा कि तीर्थ की मर्यादा बनी रहनी चाहिए , इसे राजनीति का अखाड़ा नहीं बनने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि हरिद्वार में सभी जगह पर गंगा जी प्रवाहित हैं, पहलवान अपना यह कार्य किसी अन्य जगह भी संपन्न कर सकते हैं। पर, हर की पौड़ी पर यह करने की उन्हें अनुमति नहीं होगी।