1000 करोड़ से सुदृढ़ होगी ग्रामीण अर्थव्यवस्था , सरकार पशुपालकों को हर महीने देगी 25 हजार रूपये

दिल्ली और गोवा दौरे से लौटते ही मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कुछ नए फैसले लिए हैं। प्रदेश सरकार ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए बड़ा कदम उठाने जा रही है

1000 करोड़ से सुदृढ़ होगी ग्रामीण अर्थव्यवस्था , सरकार पशुपालकों को हर महीने देगी 25 हजार रूपये
 
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला  14-02-2023

दिल्ली और गोवा दौरे से लौटते ही मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कुछ नए फैसले लिए हैं। प्रदेश सरकार ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए बड़ा कदम उठाने जा रही है। इन क्षेत्रों के लिए बेहतर अधोसंरचना निर्मित करने तथा ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए प्रदेश सरकार ने 1000 करोड़ रुपए का प्रावधान करने का निर्णय लिया है। 
 
 
ग्रामीण अर्थव्यवस्था का मुख्य स्रोत पशुपालन है। प्रदेश सरकार पशुपालकों से 80 रुपए प्रति लीटर गाय का दूध और 100 रुपए की दर से भैंस का दूध खरीदेगी। प्रदेश सरकार के इस निर्णय से राज्य के किसानों को प्रतिमाह 24 से 30 हजार रुपए तक की आमदनी होगी। इससे न केवल किसान पशु पालन अपनाने के लिए प्रेरित होंगे, बल्कि प्रदेश के युवाओं के लिए स्वरोजगार के बेहतर अवसर भी प्राप्त होंगे। 
 
 
1000 करोड़ की धनराशि इसी लक्ष्य के लिए खर्च की जाएगी। पशुपालकों को लाभान्वित करने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार दो रुपए प्रति किलोग्राम की दर से गाय का गोबर खरीदने पर विचार कर रही है। इससे किसानों की आर्थिकी सुदृढ़ होगी और लोग प्राकृतिक खेती को अपनाने के लिए प्रेरित होंगे। इसके लिए प्रदेश के लोगों की सक्रिय भागीदारी भी अपेक्षित है। प्रदेशवासियों की सक्रिय भागीदारी और सहयोग से ही प्रदेश की आर्थिक स्थिति को पुन: पटरी पर लाया जा सकता है। 
 
 
इसके अलावा मुख्यमंत्री सुक्खू ने प्रदेश की बागडोर संभालने के साथ ही यह स्पष्ट कर दिया था कि पूरा प्रदेश एक कुटुंब के समान है और हिमाचल को देश का विकसित राज्य बनाने के ध्येय को हासिल करने के लिए प्रदेश सरकार कटिबद्ध है। अनाथ बच्चों की देखभाल के लिए आयु को बढ़ाकर 27 वर्ष करने का निर्णय भी इस दिशा में किया गया सार्थक प्रयास है।