जीवन पर्यन्त तिब्बत नहीं लौटेंगे दलाईलामा , बौद्ध गुरु ने पूर्वोत्तर से आए छात्रों से कही दिल की बात

धर्मशाला पहुंचे राष्ट्रीय एकात्मता यात्रा के प्रतिनिधि बौद्ध धर्मगुरू दलाई लामा से मिलने के लिए उत्साहित दिखे। धर्मशाला पहुंचे प्रतिनिधियों ने दो दिन धर्मशाला व कांगड़ा भ्रमण के बाद सोमवार को बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा से मुलाकात की

जीवन पर्यन्त तिब्बत नहीं लौटेंगे दलाईलामा , बौद्ध गुरु ने पूर्वोत्तर से आए छात्रों से कही दिल की बात

यंगवार्ता न्यूज़ - धर्मशाला  14-02-2023
 
धर्मशाला पहुंचे राष्ट्रीय एकात्मता यात्रा के प्रतिनिधि बौद्ध धर्मगुरू दलाई लामा से मिलने के लिए उत्साहित दिखे। धर्मशाला पहुंचे प्रतिनिधियों ने दो दिन धर्मशाला व कांगड़ा भ्रमण के बाद सोमवार को बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान दलाई लामा ने बताया कि तिब्बत में चीनी सैनिकों के बढ़ते दबाव के बाद 1959 में वह भारत आ गए थे। 
 
 
उन्होंने बताया कि अब उनका तिब्बत लौटने का मन नहीं करता। पूर्वोत्तर राज्यों के छात्रों से बात करते हुए उन्होंने छात्रों को आशीर्वाद दिया। इसके बाद सभी छात्रों को मकलोडगंज घुमाया गया, क्योंकि यहां तिब्बत की निर्वासित सरकार का मुख्यालय भी है। साथ ही उन्हें भागसूनाग मंदिर सहित अन्य स्थानों का भ्रमण भी करवाया गया। 
 
 
इस दौरान अपने अनुभव साझा करते हुए राष्ट्रीय एकात्मता यात्रा के प्रतिनिधियों ने कहा कि हिमाचल आकर उन्हें बिलकुल घर जैसा माहौल मिल रहा है। उन्हें हिमाचल भ्रमण का सौभाग्य तो मिला ही, साथ ही बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा का आशीर्वाद पाकर उन्हें और प्रसन्नता हुई। हिमाचल के लोगों से मिलकर यहां की संस्कृति, खानपान व यहां के पहनावे के बारे में जानने को मिला। 
 
 
उन्होंने कहा कि आज हमारा देश जहां धर्म-जातियों में बंटा है, वही इस यात्रा के माध्यम से राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देने का प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए विद्यार्थी परिषद सराहनीय कार्य कर रही है।