यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 09-04-2022
निजी शिक्षण संस्थानों ने हिमाचल प्रदेश के अनुसूचित जाति, अनुसूचित जन जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग के मेधावी छात्रों की छात्रवृत्तियों का अधिकांश हिस्सा हड़प लिया। सूत्रों के अनुसार अकेले ही चार संस्थानों ने ही करीब 100 करोड़ से अधिक का गड़बड़झाला किया है। अब इन संस्थानों से जुड़े प्रबंधन की मुश्किलें बढ़ेगी। शुरुआत में ही जिन संस्थानों पर सीबीआई ने दबिश दी थी, उनमें हिमाचल के सिरमौर का एक संस्थान भी शामिल है।
इस संस्थान में दो बार दबिश दी गई। अब जांच आगे बढ़ी है। करीब 265 करोड़ से अधिक के छात्रवृत्ति घोटाले में सीबीआई ने 10,516 फाइल, 47 हार्ड डिस्क, सैकड़ों दस्तावेजों, कुछ सीडी और पेन ड्राइव के डाटा को बारीकी से खंगाला है। इनमें से आधे से अधिक रिकॉर्ड की छानबीन पूरी हो पाई है। जांच हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़, जम्मू- कश्मीर, पंजाब में की गई। सीबीआई ने सात मई, 2019 में शिमला ब्रांच में केस दर्ज किया था। तब से इसकी जांच हो रही है।
इससे पहले शिमला पुलिस ने थाना छोटा शिमला में 16 नवंबर, 2018 में केस दर्ज किया था। घोटाले को लेकर अब तक तीन चार्जशीट कोर्ट में दाखिल हो चुकी है। पहली चार्जशीट में भी वही मुख्य आरोपी थे। जिन आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई, इनमें शिक्षा विभाग के अरविंद राजटा, माला मेहता, श्रीराम शर्मा, सुरेंद्र मोहन कंवर, अशोक कुमार, केसी ग्रुप आफ इंस्टीट्यूट के हितेश गांधी, प्रेमपाल गांधी, सरोज शर्मा, किरण चौधरी, बैंक कर्मी सुरेंद्र पाल सिंह, एक अन्य कंप्यूटर संस्थान के सुनील कुमार शामिल हैं।
दूसरी चार्जशीट पंजाब के नवांशहर स्थित केसी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट के खिलाफ थी। इसमें हिमाचल शिक्षा विभाग के तत्कालीन कर्मचारियों, बैंक आफ इंडिया के कर्मचारी, इस निजी संस्थान के कर्ताधर्ताओं समेत कुल 11 व्यक्तियों को आरोपी बनाया गया। इस चार्जशीट में शिक्षा विभाग का तत्कालीन अधीक्षक अरविंद राजटा मुख्य आरोपी हैं। तीसरी चार्जशीट राष्ट्रीय संस्थान यानी नाइलेट के खिलाफ शिमला में चार्जशीट दाखिल की है।
इसमें कुल 12 व्यक्तियों को आरोपी बनाया गया है। हिमाचल में 8800 छात्रों के नाम पर करोड़ों की राशि हड़पने वाले नाइलेट के नौ फर्जी शिक्षण संस्थानों के खिलाफ एक ही चार्जशीट बनाई गई थी। सीबीआई घोटाले को लेकर तीन चार्जशीट कोर्ट में दाखिल कर चुकी है। अब चौथी की तैयारी है। इस संबंध में 16 संस्थानों से कुछ माह पहले रिकार्ड कब्जे में लिया था। इसकी गहन जांच हो रही है। चौथी चार्जशीट चार संस्थानों के खिलाफ दाखिल होगी।