1949 से लेकर छात्र, समाज व राष्ट्र हित में कई किए कार्य : हिमांशु ठाकुर
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् पूर्व इकाई अध्यक्ष कफोटा हिमांशु ठाकुर ने बताया कि विद्यार्थी परिषद छात्रों की समस्याओं के निवारण के लिए एक एकत्रित छात्र शक्ति का परिचायक
विद्यार्थी परिषद ध्येय यात्रा में प्रकाशित करेगी 7 दशक की ध्येय यात्रा
यंगवार्ता न्यूज़ - कफोटा 21-03-2022
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् पूर्व इकाई अध्यक्ष कफोटा हिमांशु ठाकुर ने बताया कि विद्यार्थी परिषद छात्रों की समस्याओं के निवारण के लिए एक एकत्रित छात्र शक्ति का परिचायक है।विद्यार्थी परिषद का मूल उद्देश्य राष्ट्रीय पुनर्निर्माण है।
स्थापना काल से ही संगठन ने छात्र हित और राष्ट्रहित से जुड़े प्रश्नों को प्रमुखता से उठाया है और देशव्यापी आंदोलनों का नेतृत्व किया है। बंगलादेशी अवैध घुसपैठ और कश्मीर से धारा 370 को हटाने के लिए विद्यार्थी परिषद समय-समय पर आंदोलन चलाता रहा है।
इसके अलावा अलगाववाद, अल्पसंख्यक तुष्टीकरण, आतंकवाद और भ्रष्टाचार जैसी राष्ट्रविरोधी गतिविधियों के खिलाफ हम लगातार संघर्षरत रहे। बिहार में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नाम सबसे ज्यादा रक्तदान करने का रिकॉर्ड है।
इसके अलावा जरूरतमंदों के लिए स्वामी विवेकानंद निःशुल्क शिक्षा शिविर का आयोजन किया। ऐसे अनेकों कार्य विद्यार्थी परिषद ने किए हैं। विद्यार्थी परिषद की 7 दशकों की यात्रा पर ध्येय यात्रा पुस्तक प्रकाशित होने जा रही है। इसमें विद्यार्थी परिषद के 9 जुलाई 1949 से लेकर अब तक के कार्यों का उल्लेख होगा।
विद्यार्थी परिषद विश्व का सबसे बड़ा छात्र संगठन बन कर उभरा है। विद्यार्थी परिषद का कार्य स्कूल से लेकर राष्ट्रीय स्तर के शिक्षण संस्थान तक पहुंचा है। आई.टी.आई. से लेकर आई. आई. टी. तक विद्यार्थी परिषद का कार्य पहुंचा है। इन 7 दशकों में विद्यार्थी परिषद ने अनेकों राष्ट्रीय मुद्दों, राष्ट्रीय सुरक्षा के विषयों व राष्ट्रीय शिक्षा व्यवस्था को लेकर अपना मत व्यक्त किया और उनको समाधान देने का कार्य किया।
उन्होंने कहा कि आज समाज के विभिन्न क्षेत्रों में विद्यार्थी परिषद से निकले हुए कार्यकर्ता जोरदार नेतृत्व कर रहे हैं। ध्येय यात्रा सिर्फ एकमात्र पुस्तक नहीं है। यह विद्यार्थी परिषद के उन लाखों कार्यकर्ताओं जो पूर्व में वर्तमान में और भविष्य में आने वाली पीढ़ियां जो विद्यार्थी के लिए कार्य करेंगी।
उन सब के लिए एक महान ग्रंथ के रूप में आने वाली है, सभी तारून साथियों से आग्रह रहेगा कि विश्व के सबसे बड़े छात्र संगठन बनने की यात्रा में आ रही इस पुस्तक का अग्रिम पंजीकरण करवाएं, ताकि प्रत्येक व्यक्ति विद्यार्थी परिषद को जान सके।