2022 से पहले पांच नए सड़क प्रोजेक्टों पर शुरू होगा काम , होगा सड़कों का कायाकल्प
यंगवार्ता न्यूज़ - देहरादून 30-08-2020
उत्तराखंड में 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश सरकार पांच महत्वाकांक्षी सड़क परियोजनाओं पर कार्य आरंभ कराना चाहती है। इसमें अक्षरधाम दिल्ली देहरादून एक्सप्रेस हाईवे, तीर्थ नगरी हरिद्वार में आउटर रिंग रोड, देहरादून मसूरी वैकल्पिक मार्ग और मसूरी, त्यूनी मलेथा हाईवे चौड़ीकरण और ऋषिकेश बाइपास मार्ग का चौड़ीकरण का कार्य शामिल है।
इन पांचों नई परियोजनाओं के बारे में शासन स्तर पर प्रस्तुतिकरण हो चुके हैं और अब लोनिवि और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) को इनकी डीपीआर तैयार करने को कहा गया है। इन पांच में दो परियोजनाओं की डीपीआर एनएचआई तैयार कर रहा है। इनमें पहली गणेशपुर से देहरादून तक एक्सप्रेस हाईवे का निर्माण शामिल है।
19 किमी लंबे इस प्रस्तावित राजमार्ग की डीपीआर दो से तीन महीने में बनकर तैयार हो जाएगी। इसमें एलीवेटेड रोड और एक टनल भी बनाई जानी है। एनएचएआई ने इस पर इसी वित्तीय वर्ष में कार्य शुरू करना है। हरिद्वार रिंग रोड प्रोजेक्ट की डीपीआर जनवरी 2021 तक तैयार हो जाएगी।
आउटर रिंग रोड बहादराबाद बाइपास से एनएच 58 निकलेगा और नजीबाबाद मार्ग से होते हुए चंडी पुल की ओर चंडी मंदिर के पास चीला रोड तक आएगा। यहां से ये एनएच 58 से जुड़ जाएगा। इसकी लंबाई करीब 15.03 किमी होगी। प्रदेश सरकार तीन और महत्वाकांक्षी प्रोजेक्टों पर 2022 से पहले काम शुरू कराना चाहती है।
इनमें पहला देहरादून मसूरी वैकल्पिक मार्ग का निर्माण करना है। लोनिवि इसकी डीपीआर तैयार करेगा। दूसरा प्रोजेक्ट मसू्री, त्यूनी, टिहरी मलेथा राष्ट्रीय राजमार्ग को डबल लेन का है। इसे केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी है। लोनिवि इसकी डीपीआर तैयार कर केंद्र को भेजेगा। तीसरा प्रोजेक्ट ऋषिकेश बाइपास का है।
प्रदेश सरकार आलवेदर रोड परियोजना में शामिल कराकर नया बाइपास बनाने की सोच रही थी। लेकिन भूमि अधिग्रहण में हजारों करोड़ रुपये सिर्फ मुआवजे पर ही खर्च होने की संभावना के चलते केंद्र से परियोजना का प्रस्ताव ठुकरा दिया है।
लेकिन मौजूदा बाइपास के चौड़ीकरण के लिए सहयोग देने का भरोसा दिया है। फ्लाइओवर, ओवर ब्रिज के जरिये इस बाइपास के सुधारीकरण की योजना है। इसकी डीपीआर भी लोनिवि ही तैयार करेगा।लोक निर्माण विभाग के सचिव आरके सुधांशु ने बताया कि केंद्र सरकार ने जितने भी प्रस्तावों पर सहमति दी है, उनकी डीपीआर तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं।
मसूरी त्यूनी मलेथा राजमार्ग के डबललेन होने से चारधाम यात्रा के लिए नया वैकल्पिक मार्ग खुल जाएगा। उधर एनएचएआई के क्षेत्रीय अधिकारी सीके सिन्हा ने कहा कि अक्षरधाम एक्सप्रेस हाईवे गणेशपुर तक बन चुका है। गणेशपुर से देहरादून तक डीपीआर बनाने का कार्य दो तीन महीने में पूरा हो जाएगा। इसी वित्तीय वर्ष में ये कार्य अवार्ड किया जाना है।