29 देशों के 687 विदेशी पर्यटकों को सुरक्षित रेस्क्यू , आपदा में एक भी सैलानी नहीं हुआ लापता : डीजीपी 

डीजीपी संजय कुंडू ने कहा कि पंडोह डैम से अचानक पानी छोड़ना और इससे इतना अधिक नुकसान होना जांच का विषय है। फिलहाल आपदा का समय है और इस मामले की बाद में जांच की जाएगी। कुंडू ने हाल ही में प्रदेश भर में आई आपदा से निपटने में एसडीआरएफ और हिमाचल पुलिस की भूमिका की सराहना की

29 देशों के 687 विदेशी पर्यटकों को सुरक्षित रेस्क्यू , आपदा में एक भी सैलानी नहीं हुआ लापता : डीजीपी 

 

यंगवार्ता न्यूज़ - कुल्लू  16-07-2023
 
डीजीपी संजय कुंडू ने कहा कि पंडोह डैम से अचानक पानी छोड़ना और इससे इतना अधिक नुकसान होना जांच का विषय है। फिलहाल आपदा का समय है और इस मामले की बाद में जांच की जाएगी। कुंडू ने हाल ही में प्रदेश भर में आई आपदा से निपटने में एसडीआरएफ और हिमाचल पुलिस की भूमिका की सराहना की। कुंडू ने कहा कि हिमाचल पुलिस राष्ट्रपति पदक से अलंकृत होने वाली देश की सातवीं राज्य की पुलिस है जो सतर्कता एवं प्रोफेशनल तरीके से हर चुनौती का सामना करती है। उन्होंने कहा कि थाना स्तर के अधिकारी मौके पर ऊपर से किसी आदेश का इंतजार किए ही अपने स्तर पर इस तरह की चुनौती से निपटने में सक्षम है। प्रदेश को तीन एसडीआर की कंपनियां मिली हैं। 
 
 
जिनका एनडीआरएफ के साथ प्रशिक्षण करवाकर प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में तैनाती दी गई है। पुलिस लापता लोगों के आंकड़े एकत्र कर उनकी तलाश कर रही है। अभी यह अभियान आगामी 15 सितंबर तक जारी रहेगा। उन्होंने मुख्यमंत्री का आपदा के समय पुलिस का मनोबल बढ़ाने के लिए आभार जताया। उन्होंने कहा कि कुल्लू-मनाली इस समय पर्यटन की दृष्टि से देश की पर्यटन राजधानी के रूप में विकसित हुई है। इस आपदा में देश ही नहीं 25 देशों के करीब 70 हजार पर्यटकों का रेस्क्यू किया गया। लाहौल-स्पीति जिले के चंद्रताल से भी पर्यटकों को सुरक्षित निकाला गया। इस अवसर पर एसपी मंडी सौम्या सामशिबन ने बताया कि मंडी में अब तक सात सौ लोगों का रेस्क्यू किया गया और सात शव बरामद किए गए हैं। उन्होंने बताया कि मंडी पुलिस ने लोगों के सहयोग से कुल्लू मनाली से लौट रहे करीब सात हजार पर्यटकों को पानी और खाने के पैकेट उपलब्ध करवाए हैं। 
 
 
जबकि मंडी मनाली मार्ग की बहाली के लिए चौबीस घंटे पुलिस के जवान सड़क पर तैनात हैं। इस मौके पर डीजीपी सेंटर रेंज मंडी मधुसूदन भी मौजूद रहे। जिला कुल्लू में बाढ़ को आए एक हफ्ते का समय हो गया है।अब धीरे-धीरे जनजीवन भी सामान्य हो रहा है। वहीं मणिकर्ण और सैंज घाटी से पर्यटकों को रेस्क्यू करने का अभियान जारी है। अभी तक जिले से 11,000 पर्यटक वाहनों समेत 70,000 सैलानियों को निकाल कर घर भेजा गया है। इसमें 29 देशों के 687 विदेशी भी शामिल, जो जिले के अलग अलग इलाकों में सुरक्षित हैं। जिले में अभी तक किसी भी विदेशी के लापता की सूचना नहीं है। सबसे अधिक इजराइल के 444, रूस के 107 और अमेरिका के 40 पर्यटक हैं। डीजीपी संजय कुंडू ने कुल्लू में प्रेस वार्ता में यह बात कही। उन्होंने आपदा में बेहतरीन कार्य करने के लिए पुलिस अधीक्षक साक्षी वर्मा की प्रशंसा की। 
 
 
डीजीपी ने कहा कि अभी भी पार्वती घाटी के साथ सैंज में पर्यटक हैं, जो अपनी मर्जी से रुके हैं। जिन पर्यटकों के वाहन यहां फंसे हैं, उनकी सुरक्षा पुलिस करेगी। कुल्लू में मनाली से लेकर औट तक ब्यास नदी में 20 शव मिले हैं। शनिवार को भी मनाली में दो और शव मिले हैं। अधिकतर की पहचान नहीं हो पाई है। पुलिस इनके डीएनए सैंपल लेकर रख रही है। पुलिस के पास अभी तक 22 लोगों के मिसिंग होने की शिकायत मिली है, लेकिन यह लोग सुरक्षित हो सकते हैं। कुंडू ने कहा कि लाहौल के चंद्रताल में करीब 300 सैलानी फंसे थे। उनको निकालने के लिए एसपी लाहौल- स्पीति मयंक चौधरी खुद मौके पर पहुंचे और रेस्क्यू अभियान के खत्म होने तक डटे रहे। इसमें दुबई का दंपती भी फंसा था। उन्हें सांस लेने की दिक्कत आई,बाद में उन्हें रेस्क्यू किया गया। 
 
 
इस बार पुलिस का कंट्रोल रूम 15 सितंबर तक रहेगा। अगर किसी की शिकायत होगी तो वह नियंत्रण कक्ष के नंबर 82196- 81600 पर फोन कर सकता है। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष पुलिस ने सूबे में अवैध खनन के चालान कर 18 करोड़ का जुर्माना वसूला था। डीजीपी ने कहा कि आपदा को देखते हुए पुलिस एक एप तैयार करेगी। जिसमें प्रदेश में सैर सपाटे को आने वाले सैलानी स्वेच्छा से अपना पंजीकरण कर सकते हैं। कहा पर्यटन के लिए कुल्लू और लाहौल एक हब बन गया है। वहीं मौसम के अलर्ट को लेकर पुलिस मैसेज सुविधा भी प्रदान करेगी।