4500 करोड़ की बागवानी अर्थव्यवस्था डा. वाईएस परमार की देन : जयराम ठाकुर
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 04-08-2020
हिमाचल निर्माता डॉक्टर परमार की जयंती पर पीटरहॉफ में कार्यक्रम आयोजित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। इस मौके पर सीएम जयराम ठाकुर ने कहा डॉक्टर परमार का विजन हिमाचल के लिए बिल्कुल स्पष्ट था। हिमाचल को हर पायदान पर ऊपर खड़ा करना चाहते थे।
डॉक्टर परमार मानते थे कि वन हिमाचल की संपदा हैं और आय का साधन बन सकते हैं। उन्होंने बागवानी को बढ़ावा देने का प्रयास किया। 4500 हजार करोड़ रुपये की बागवानी अर्थव्यवस्था आज उनके विजन की ही देन है। देश में 45000 मेगावाट विद्युत उत्पादन होता है।
उसमें से 10000 मेगावाट से अधिक विद्युत उत्पादन हिमाचल प्रदेश करता है। केंद्र सरकार द्वारा राज्य के तीन प्राथमिकता का जिक्र करने के लिए कहा गया डॉक्टर परमार ने हर बार सड़क की मांग की थी। राज्य में केवल 60 पंचायतें सड़क सुविधा से वंचित हैं। इन पंचायतों को सड़कों से 2022 तक जोड़ दिया जाएगा।
पहाड़ी राज्य की अलग तरह की समस्याओं के बावजूद हिमाचल देश अग्रणी राज्यों में शामिल है।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का कहना है कि कोरोना वायरस बढ़ सकता है। इसलिए सभी लोग सावधान रहें व एहतियात बरतें। पूरे देश में कोरोना वायरस के मामले बढ़ रहे हैं।
हिमाचल इससे अछूता नहीं है, यहां पर भी पिछले कुछ अरसे से कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इस दौरान संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में डॉक्टर परमार चेयर है, इस पर शोध कार्य होना चाहिए।
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा डॉक्टर परमार न होते तो हिमाचल न होता और राज्य के स्वरूप में नहीं होता। डॉक्टर परमार ने परिवार की सुख सुविधाओं को छोड़कर संघर्ष का रास्ता चुना था। हिमाचल को आत्मनिर्भर बनाने की बुनियाद डॉक्टर परमार ने शुरुआती दौर में रख दी थी। उन्होंने संतुलित विकास को हमेशा अधिमान दिया।