अव्यवस्थाओं के चलते बदहाली के आंसू बहा रहा है सीएचसी कोटी

कसुंपटी विधानसभा क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं की हालत दयनीय : डाॅ. तंवर

अव्यवस्थाओं के चलते बदहाली के आंसू बहा रहा है सीएचसी कोटी
कसुंपटी विधानसभा क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं की हालत दयनीय : डाॅ. तंवर
 
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला  08-02-2022
 
स्टाफ की कमी और अव्यवस्थाओं के चलते  मशोबरा ब्लाॅक का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोटी  बीते कई वर्षों से बदहाली के आंसू बहा रहा है। परंतु विभाग इसकी कोई सुध नहीं ले रहा है।
 
अस्पताल भवन की दुर्दशा ऐसी है कि बारिश का सारा पानी अस्पताल के भीतर कमरों में आ जाता है जिस कारण चिकित्सकों को मरीजों की जांच करने में काफी दिक्कत पेश आती है।
 
यहीं नहीं अस्पताल मे रखी जीवन रक्षक दवाएं भी पानी की सीलन से खराब होने लगी है। स्टाफ के नाम पर इस अस्पताल में दो चिकित्सक और एक सेवादार कार्यरत है।
 
अस्पताल में फार्मासिस्ट, लैब तकनीशियन, स्टाॅफ नर्स, हैल्थ वर्कर सहित विभिन्न श्रेणियों के पद बीते कई वर्षों में रिक्त चल रहे हैं। लैब तकनीशियन का पद रिक्त होने से मरीज निःशुल्क डायग्नोस्टिक लैब सुविधा का लाभ भी नहीं उठा पा रहै जिस कारण रोगियों  को प्राईवेट लैब में हजारों रूपये टेस्ट करवाने को व्यय करने पड़ते हैं।
 
सीएचसी की दुर्दशा देखकर  सरकार के बेहतरीन स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के दावे खोखले साबित हो रहे हैं। बता दें कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कोटी इस क्षेत्र का सबसे पुराना अस्पताल है।
 
वर्ष 2012 में पीएचसी के नए  भवन का उद्घाटन पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल द्वारा किया गया था। अर्थात 10 वर्ष बीत जाने पर भी भवन का मुरम्मत का कार्य नहीं करवाया गया जबकि भवन निर्माण कार्य से बची हुई चार लाख की राशि लोनिवि के पास पड़ी है।
 
गौर रहे कि वर्ष 2017 के दौरान पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह द्वारा पीएचसी का दर्जा बढ़ाकर सीएचसी कर दिया गया था। स्थानीय लोगों का कहना है कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में अस्पताल के सीएचसी का बोर्ड तो टांग दिया गया परंतु सुविधाएं के नाम पर कोई व्यवस्था नहीं की गई।
 
इस अस्पताल कके माध्यम से क्षेत्र की करीब पांच पंचायतों के लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाती है। प्रदेश किसान सभा के अध्यक्ष डॉ. कुलदीप तंवर ने इस बारे जारी बयान में कहा कि कसुपंटी निर्वाचन के सभी स्वास्थ्य संस्थानों की हालत बहुत दयनीय है।
 
आलम यह है कि कसुंपटी निर्वाचन के किसी भी स्वास्थ्य संस्थान में 108 नेशनल एंबुलेंस सेवा उपलब्ध नहीं है और न ही किसी संस्थान में लैब तकनीशियन उपलब्ध है जिस कारण लोग एनएचएम की फ्री डायग्नोस्टिक लैब सुविधा का लाभ उठाने में वंचित है। इनका आरोप है कि कसुंपटी निर्वाचन क्षेत्र की किसी भी पार्टी की सरकार ने आज तक सुध नहीं ली है।
 
लिहाजा बीते 20 वर्षों से लगातार कसुंपटी विधान क्षेत्र से कांग्रेस पार्टी का प्रतिनिधित्व कायम है इसके बावजूद भी  किसी भी विधायक द्वारा कसुंपटी के स्वास्थ्य  व शिक्षण संस्थानों तथा सड़कों की हालत सुधारने में कोई प्रयास नहीं किए गए है।
 
जब इस बारे सहायक अभियंता लोनिवि जुन्गा गुरमेल चंद से बात की गई। उन्होने कहा कि सीएचसी कोटी की मुरम्मत के लिए कार्य अवार्ड कर दिया गया है और शीघ्र ही अस्पताल की मरम्मत करवा दी जाएगी।