आईटीबीपी के बलिदान और बहादुरी का देश हमेशा रहेगा ऋणी : सीएम

आईटीबीपी के बलिदान और बहादुरी का देश हमेशा रहेगा ऋणी : सीएम

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला   22-09-2020

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि इंडो-तिब्बत बॉर्डर पुलिस बल भारत-तिब्बत सीमा की रक्षा करने के अलावा बचाव कार्य और आतंकवाद रोधी जैसे कार्य कर रहा है। 

सीएम ने मंगलवार को आईटीबीपी के सेक्टर हेडक्वार्टर शिमला में फ्लैग इन सेरेमनी की अध्यक्षता की और गार्ड ऑफ ऑनर की सलामी ली।

उन्होंने कहा कि राष्ट्र आईटीबीपी के बलिदान और बहादुरी का ऋणी है। राज्य सरकार आईटीबीपी को हरसंभव सहायता देने के लिए प्रतिबद्ध है। 

उन्होंने कहा कि आईटीबीपी के पास एक विशेष पर्वतारोही बल है। यह विशेषकर अधिकारियों और जवानों को पर्वतारोहण और स्कीइंग में प्रशिक्षित करता है।

उन्होंने उस टीम को भी बधाई दी, जिसने 22,222 फीट की ऊंचाई पर पर्वतारोहण अभियान ‘लियो पारगिल चोटी-2020’ कोड ‘नाम-योद्धा’ को फतह किया था। 

यह अभियान 17वीं वाहिनी रिकांगपिओ ने 20 अगस्त से 5 सितंबर 2020 तक चलाया था। कहा कि सरकार स्थानीय लोगों और सशस्त्र बलों की सुविधा को सीमावर्ती क्षेत्रों में सड़कों के बुनियादी ढांचे और संचार के अन्य साधनों को मजबूत करने पर विशेष बल दे रही है।

हिमाचल की चीन के साथ 260 किलोमीटर सीमा लगती है। मुख्यमंत्री को लियो पारगिल ध्वज व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

बाद मेें मुख्यमंत्री ने आईटीबीपी की प्रदर्शनी का भी दौरा किया। सेक्टर हेडक्वार्टर शिमला के उप महानिरीक्षक प्रेम सिंह ने मुख्यमंत्री और अन्य लोगों का स्वागत किया। 

उप कमांडेंट कुलदीप सिंह और धर्मेंद्र ठाकुर की अगुवाई में माउंट लियो पारगिल अभियान के बारे में अवगत करवाया। अभियान में हेड कांस्टेबल प्रदीप नेगी, काकू कदरेटा, कांस्टेबल आशीष नेगी और अन्य भी टीम का हिस्सा रहे।