आखिरकार आठ दशक बाद एक बार फिर टाटा की हुई एयर इंडिया 

आखिरकार आठ दशक बाद एक बार फिर एयर इंडिया टाटा की हो गई। भारत की सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया की टाटा समूह ने खरीद लिया है। टाटा ने घाटे में चल रही एयर इंडिया के लिए सबसे ज्यादा बोली लगाई है।

आखिरकार आठ दशक बाद एक बार फिर टाटा की हुई एयर इंडिया 

न्यूज़ एजेंसी - नई दिल्ली   01-10-2021

आखिरकार आठ दशक बाद एक बार फिर एयर इंडिया टाटा की हो गई। भारत की सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया की टाटा समूह ने खरीद लिया है। टाटा ने घाटे में चल रही एयर इंडिया के लिए सबसे ज्यादा बोली लगाई है।

एक रिपोर्ट के अनुसार मंत्रियों के एक पैनल ने एयरलाइन के अधिग्रहण के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। आने वाले दिनों में एक आधिकारिक घोषणा की उम्मीद है।

 एयर इंडिया के लिए टाटा ग्रुप और स्पाइसजेट के अजय सिंह ने बोली में भाग लिया और अंत में टाटा ने बोली जीत ली। इससे पहले वर्ष 2018 में सरकार ने एयर इंडिया का एक बड़ा हिस्सा बेचने की कोशिश की थी, लेकिन उस वक्त कोई फैसला नहीं हो पाया। अब टाटा ने इसकी हिस्सेदारी खरीदी है।

 इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक टाटा ग्रुप की बोली सरकार द्वारा तय किए गए रिजर्व प्राइस से करीब 3,000 करोड़ रुपए ज्यादा है। टाटा की बोली स्पाइसजेट के चेयरमैन अजय सिंह द्वारा लगाई गई बोली से लगभग 5,000 करोड़ रुपए अधिक है।

बता दें कि वर्ष 1932 में टाटा ने एयरलाइंस के नाम से कंपनी की शुरुआत की थी, जिसे 1953 में केंद्र सरकार ने अपने अधिकार क्षेत्र में ले लिया था।