कुत्ते को बचाने ब्यास नदी में कूदा किशोर तेज धार में फंसा , कुल्लू में आई बाढ़ 3000 मछलियां बही

पर्यटन नगरी मनाली में वशिष्ठ के समीप एक किशोर शुक्रवार को ब्यास नदी के पार फंस गया। हालांकि किसी तरह से वह जान बचाने में कामयाब रहा और किनारे पर बैठ गया। दोनों तरफ से पानी की धारा होने के चलते उसको

कुत्ते को बचाने ब्यास नदी में कूदा किशोर तेज धार में फंसा , कुल्लू में आई बाढ़ 3000 मछलियां बही
यंगवार्ता न्यूज़ - कुल्लू  01-10-2021
 
पर्यटन नगरी मनाली में वशिष्ठ के समीप एक किशोर शुक्रवार को ब्यास नदी के पार फंस गया। हालांकि किसी तरह से वह जान बचाने में कामयाब रहा और किनारे पर बैठ गया। दोनों तरफ से पानी की धारा होने के चलते उसको रेस्क्यू टीम ने बचाया।
 
करीब आधा घंटे तक चले बचाव अभियान के बाद किशोर को सीढ़ियों के सहारे ब्यास से बाहर निकाला गया। मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार दोपहर बाद करीब ढाई बजे लीलामणि (17), पुत्र रोशन लाल, निवासी कलहाणी, जिला मंडी का कुत्ता ब्यास की जलधारा में बह गया।
 
किशोर अपने कुत्ते को बचाने के लिए दौड़कर नदी में कूद गया। लेकिन पानी का प्रवाह तेज होने के चलते वह काफी आगे बह गया। इस दौरान वह अपनी जान बचाकर नदी की दूसरी तरफ निकल गया। यहां पर वह एक छोटे टापू पर फंस गया। घटना की सूचना पुलिस को दी गई।
 
इसके बाद दमकल विभाग की टीम नदी के उस पार फंसे किशोर को बचाव करने के लिए पहुंच गई। उधर जिला के बाह्य सराज की रघुपुर घाटी में बादल फटने से लोगों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है।
 
बादल फटने के बाद बालागाड़ नामक खड्ड में आई बाढ़ से हुए नुकसान के निशान कई किलोमीटर तक देखने को मिल रहे हैं। बाढ़ से जहां सड़क, पुलिया, पैदल रास्ते, मटर, मक्की, राजमा की फसल को नुकसान हुआ है, वहीं राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला लगौटी के पास खड्ड किनारे स्थापित फिश फार्म में 3000 ट्राउट मछलियां बह गई हैं।  
 
मछलियों के लिए बनाया टैंक बाढ़ के मलबे से भर गया है। ऊपरी फनौटी के पीछे पेयजल स्रोत से जोड़ी गई फनौटी-बिशलाधार पेयजल स्कीम भी तहस नहस हो गई है। स्कीम के कई पाइप बाढ़ में बह गए। इससे पूरे बिशलाधार में पेयजल संकट छा गया है।
 
करशैईगाड पंचायत के पूर्व प्रधान फौजी लाल शर्मा ने कहा कि उन्होंने पिछले साल पतलीकूहल से ट्राउट मछली का बीज लाया था और इस साल मछलियां तैयार हो गई थी। लेकिन 30 सितंबर को फनौटी पंचायत में रघुपुरगढ़ से नीचे बादल फटने से आई बाढ़ से मछली फार्म को नुकसान पहुंचा है।
 
टैंक में 3000 हजार ट्राउट मछलियां बाढ़ में बह गई हैं। साथ ही टैंक में भी दरारें आ गई हैं। उन्होंने कहा कि बाढ़ का रौद्र रूप देखकर पूरी घाटी के लोग सहम गए हैं। बादल फटने के बाद आई बाढ़ से राणाबाग-श्वाड़ तक पुलिया व रास्तों को नुकसान पहुंचा है।
 
एसडीएम कुलदीप पटियाल ने कहा कि बाढ़ से फसलों के अलावा पेयजल स्कीम, पैदल रास्तों को नुकसान की सूचना है। नुकसान का आकलन के लिए एक टीम मौके के लिए भेजी जाएगी। उपायुक्त कुल्लू आशुतोष गर्ग ने कहा कि बाढ़ से कितना नुकसान हुआ है, इसकी रिपोर्ट राजस्व विभाग से मांगी है।
 
प्रभावित लोगों की प्रशासन की ओर से हर संभव मदद की जाएगी। जिला मंडी का कुत्ता ब्यास की जलधारा में बह गया। किशोर अपने कुत्ते को बचाने के लिए दौड़कर नदी में कूद गया। लेकिन पानी का प्रवाह तेज होने के चलते वह काफी आगे बह गया।
 
इस दौरान वह अपनी जान बचाकर नदी की दूसरी तरफ निकल गया। यहां पर वह एक छोटे टापू पर फंस गया। घटना की सूचना पुलिस को दी गई। इसके बाद दमकल विभाग की टीम नदी के उस पार फंसे किशोर को बचाव करने के लिए पहुंच गई। इसके बाद एक लंबी सीढ़ी को रस्सी के सहारे नदी में उतारा गया। नदी के दूसरी तरफ खड़े युवक को इस सीढ़ी के माध्यम से निकाला गया।
 
अग्निशमन विभाग मनाली के एसएफओ प्रेम सिंह ने कहा कि विभाग की रेस्क्यू टीम में लीडिंग फायरमैन शेर सिंह, सेक्शन लीडर मोहर सिंह, प्रशामक दीवान सिंह, राजेंद्र, इंद्र सिंह, गोपाल सिंह आदि मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि ब्यास नदी में फंसे किशोर को सुरक्षित निकाला गया है।