आपदा प्रबंधन के लिए जन भागीदारी अनिवार्य : गोबिंद सिंह ठाकुर 

आपदा प्रबंधन के लिए जन भागीदारी अनिवार्य : गोबिंद सिंह ठाकुर 

यंगवार्ता न्यूज़ - जुआरे   08-074-2022

शिक्षा, भाषा एवं संस्कृति मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने अटल सदन में आयोजित जुआरे  (सामुदायिक सहभागिता ) कार्यक्रम के समापन एवं पुरस्कार वितरण समारोह की अध्यक्षता की। जिला में आरंभ जुआरे कार्यक्रम के तहत 61 हजार 498 लोगों को आपदा जोखिम को कम करने बारे प्रशिक्षित  करने के लिए एशिया एंड इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज करने के लिए मिला प्रमाण पत्र। 

ग्राम पंचायत मलाना को कार्यक्रम में अधिकतम भागीदारी के लिए जुआरे भवन निर्माण हेतु 5 लाख रुपये की धन राशि पुरूस्कार के रूप में प्रदान की गई। 

गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि इस कार्यक्रम के तहत स्कूल के विद्यार्थियों द्वारा 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर जिला की 235 ग्राम पंचायतों में एक साथ एक ही निर्धारित समय में नाट्य मंचन के माध्यम से 61 हजार 498 लोगों को आपदा जोखिम को कम करने बारे प्रशिक्षित  करके एशिया एंड इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज किया गया जो जिला के लिए अपने आप में गौरव की बात है। 

राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य सचिव कमल किशोर ने कहा कि आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में माननीय प्रधानमंत्री महोदय के मार्गदर्शन में लागू दस सूत्रीय कार्यक्रम के प्रत्येक सूत्र जुआरे कार्यक्रम में शामिल है। जिला कुल्लू में आरंभ इस कार्यक्रम को देश के अन्य जिलों में लागू करने की दिशा में प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन के लिए स्थानीय क्षमताओं की भागीदारी सुनिश्चित करना आवश्यक है। 

अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी प्रशांत सरकैक ने जुआरे कार्यक्रम के बारे में विस्तृत जानकारी दी तथा कहा कि हिमाचल प्रदेश में भूकंप, भूस्खलन, आगजनी, बाढ़, सड़क दुर्घटना आदि आपदाओं के खतरे को देखते हुए प्रशासन द्वारा जिला में समुदाय आधारित आपदा जोखिम प्रबंधन कार्यक्रम जुआरे को क्रियान्वित करने का निर्णय लिया।  

मण्डलीय आयुक्त मंडी राखिल काहनो ने कहा कि इस कार्यक्रम ने राज्य के अन्य जिलों के लिए ही नहीं बल्कि देश के अन्य राज्यों के लिए भी आपदा जोखिम को कम करने की दिशा में महत्त्वपूर्ण सूत्र दिए हैं। 

जुआरे कार्यक्रम के कयरन्वयन, सफलता तथा आपदा जोखिम कम करने के लिये  नाट्य मंचन पर आधारित एक प्रशिक्षण (ट्रेनिंग ) वृत्तचित्र(डाक्यूमेंट्री ) तैयार किया गया है जिसे देख कर कार्यक्रम के बारे में संपूर्ण जानकारी प्राप्त की जा सकती है। यह वृत्तचित्र कार्यक्रम को लागू करने में संस्था विशेष के लिए सार्थक सिद्ध होगा। 

ग्राम पंचायत जलुगरां के प्रधान देवेन्द्र निरमण्ड की ग्राम पंचायत भालसी के ग्रामीण स्तर पर जुआरे कार्यक्रम के  फायदों के बारे में अपने अनुभव रखे तथा इस कार्यक्रम के लिए जिला प्रशासन का आभार व्यक्त किया। एन सी  सी कुल्लू के विद्यार्थियों द्वारा नाटक मंचन करके आपदा प्रबंधन बारे जानकारी दी गई। 
इस मौके पर आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के संयुक्त सचिव कुनाल सत्यार्थी, विभिन्न विभागों के अधिकारी, विभिन्न ग्राम पंचायतों के प्रधान, स्कूलों के अध्यापक और विद्यार्थी उपस्थित थे।