इंडिया इंटरनेशनल ट्रेड फेयर 2022 में हिमाचली उत्पादों का जलबा
नई दिल्ली में संपन्न हुए इंडिया इंटरनेशनल ट्रेड फेयर 2022 के आखिरी दिन आज हिमाचल पेविलियन में उम्मीद से अधिक भीड़ देखने को मिली / तीन साल बाद कोरोना के खौफ से मुक्त दिखे दर्शकों में हर्बल और ऊनी उत्पादों की जम कर खरीददारी की
न्यूज़ एजेंसी - नई दिल्ली 27-11-2022
नई दिल्ली में संपन्न हुए इंडिया इंटरनेशनल ट्रेड फेयर 2022 के आखिरी दिन आज हिमाचल पेविलियन में उम्मीद से अधिक भीड़ देखने को मिली / तीन साल बाद कोरोना के खौफ से मुक्त दिखे दर्शकों में हर्बल और ऊनी उत्पादों की जम कर खरीददारी की।
हिमाचल पेविलियन के प्रबन्धकों ने भीड़ के रेले को काफी दक्षता और कुशलता से सम्भाला जिसके रहले दर्शक खरीददारी कर सके और उद्यमियों को अपने उत्पादों के स्टॉक को खतम करने का मौका मिला। आज शाम चार बजे जब यह फेयर आधिकारिक तौर पर सम्पन्न हुआ तो अधिकांश हिमाचली स्टाल अपने उत्पादों को बेच चुके थे।
आज ज्यादातर लोगों ने दिल्ली में बढ़ रही ठण्डक के मद्देनजर ऊनी बस्त्रों / शॉल /पट्टू , जुराबों और टोपियों की जम कर खरीदारी की जिससे इस पेविलियन में शाम चार बजे तक लगभग ज्यादातर ब्यापारियों का स्टॉक खतम हो गया।
हिमाचल प्रदेश ने इस फेयर के थीम वोकल फॉर लोकल, लोकल टू ग्लोबल के साथ जम कर कदमताल की। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू , शिमला , काँगड़ा क्षेत्रों के ऊनी बस्त्रों के बाद हर्बल उत्पादों की जम कर माँग देखने को मिली जिसमे हर्बल टी /हर्बल सूप /हर्बल मसाले और हर्बल स्नैक्स खरीददारों की पसन्द रहे।
देवभूमि कुल्लू की हिल्ली बास्केट संस्था द्वारा कुल्लू, लाहौल स्पीति और ऊँची पर्वत श्रंखलाओं में सी बकथॉर्न (छरमा ), रोडोडेंड्रोन ( बुरांश के फूल ) ,बिच्छू बूटी ,और रखाला जड़ी बूटियों से बनाई गई हर्बल चाय को खरीदारों में हाथों हाथ लिया।
संस्था द्वारा बकरी के दू, खुबानी ,शिया बटर से बनाये गए फेस पैक, बॉडी स्क्रब और साबून को महिलाओं ने जम कर खरीदा। संस्था द्वारा सेब और नाशपाती के चिप्स,गुच्छी के उत्पाद,छरमा बेरीज,पहाड़ी बादाम, अखरोट के उत्पाद काफी बिके।
कुल्लू जिला के सैंज, तीर्थन,गड़सा तथा बंजार क्षेत्रों में पैदा होने बाले हर्बल धनिए के मसाले ने अंतिम दिन अपनी-अपनी सुगन्ध बिखेरी और इसे स्वास्थ्य के प्रति संजीदा लोगों ने काफी सराहा।
शिमला के ई देहाती फार्मर्स स्टोर द्वारा लगाए गए स्टाल में शिमला और किन्नौर के ग्रामीण क्षेत्रों में प्रकृतिक खेती के माध्यम से उगाये जा रहे दालों , मसालों , देशी घी और न्यूट्री आदि उत्पादों की अच्छी बिक्री देखने को मिली।
इस मेले के अन्तिम दिन दर्शक पहाड़ी धुनों पर भी थिरके। पेबिलियन के मुख्य द्वार पर पहाड़ी गानों और ढोल से आकर्षित करने बाले हिमाचली कलाकारों के हुनर को दर्शकों ने काफी सराहा।
बर्फ के सीजन में हिमाचल आने बाले लोगों ने हिमाचल के पर्यटक स्थलों और सुबिधाओं की जानकारी ली। कुल मिलाकर इस बार इस फेयर में दर्शकों आयोजकों और उद्यमियों ने अपने अपने तरीके से भरपूर आनन्द उठाया।