इलोक्ट्रॉनिक बिजली घोटाला : बयान देने से पहले तथ्यों को जान लें पूर्व विधायक बोले , ऊर्जा मंत्री
बिजली के टेंडर अब बढ़ेंगे आगे होगा विकास : ऊर्जा मंत्री
अंकिता नेगी - पांवटा साहिब 20-03-2021
इलेक्ट्रॉनिक बिजली मीटरों से संबंधित टेंडरों ऊर्जा मंत्री के खुलने की प्रक्रिया में पांवटा साहिब के विधायक सुखराम चौधरी ने जारी प्रेस बयान में कहा है कि इलेक्ट्रॉनिक बिजली मीटरों से संबन्धित टेंडर खुलने की प्रक्रिया कांग्रेस की सरकार के समय में वर्ष 2017 में ही पूरी हुई है।
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण ज्योति योजना के अंतर्गत केंद्र सरकार द्वारा प्रायोजित 90 और 10 प्रतिशत के आधार पर स्वीकृति योजना थी, जिसके अंतर्गत समयबद्ध तरीके से यह कार्य होना था। क्योकि कोई भी ठेकेदार कार्य करने के लिए तैयार नहीं हुआ।
यह केन्द्र द्वारा प्रायोजित स्कीम थी, पैसा वापिस न जाए इसके लिए छूट देने के बाद भी दोनों जिलों किन्नौर व सिरमौर में केवल एक - दो ही टेंडर प्राप्त हुए। उन्होंने स्पष्ट किया है कि केन्द्र द्वारा इस योजना के अंतर्गत कड़े नियम रखे गए थे जिनको समय बद्ध तरीके से पूरा कर ही योजना का लाभ लिया जा सकता था।
उन्होंने कहा कि सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद कार्य का आबंटन किया गया। इन कार्यों में नए ट्रांसफार्मर लगाना, पुराने ट्रांसफार्मरों संबंधी क्षमता बढाना, नई एचटी व एलटी लाईन बनाना तथा सिंगल फेज व थ्री फेज के मीटर बदलना इत्यादि शामिल थे।
यह टेंडर एक नही था। कंपोनेन्टस की कुल लागत को ध्यान में रखते हुए सारी औपचारिकताएं पूर्ण करके सक्षम प्राधिकार ने कार्य आबंटन किया है। उन्होंने कहा कि दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण ज्योति योजना के अंतर्गत सिरमौर और किन्नौर जिला में रिकार्ड समय में कार्य पूरे किए गए है।
उन्होंने कहा कि चौधरी किरनेश जंग पूर्व विधायक पांवटा साहिब ने जो इलेक्ट्रॉनिक बिजली मीटर घोटाले की निष्पक्ष जांच की बात कही है, जो कि तथ्यों से बिल्कुल विपरीत है। चौधरी किरनेश पूर्व विधायक को सलाह है कि पहले तथ्यों की गहराई तक जाएं।