उतर प्रदेश सरकार के किराये पर अटकी , चार हजार लोगों की घर वापसी
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 20-05-2020
ट्रेन के किराये पर उत्तर प्रदेश और हिमाचल सरकार के बीच पेच फंसने से प्रदेश में फंसे चार हजार लोगों की घर वापसी पर ब्रेक लग गया है। हिमाचल सरकार ने यूपी सरकार से संपर्क साधकर लोगों की वापसी की प्रक्रिया शुरू की।
यूपी सरकार ने भी किराया भुगतान की स्वीकृति देते हुए हरी झंडी दी तो हिमाचल ने रेलवे से संपर्क कर 22, 24, 26 व 28 मई को गोरखपुर, मऊ और फैजाबाद के लिए चार श्रमिक ट्रेनें चलाने की तैयारी शुरू कर दी, लेकिन एन मौके पर यूपी सरकार के लोगों का रेलवे का किराया चुकाने से इंकार के बाद अब मामला फंस गया है।
फिलहाल दोनों राज्यों की सरकारों के बीच पत्राचार जारी है और अब किसी निष्कर्ष पर पहुंचने के बाद ही लोगों की वापसी की तारीख तय होगी। दरअसल, हिमाचल सरकार ने एक वेब पोर्टल तैयार कर प्रदेश से दूसरे राज्यों में जाने के इच्छुक और दूसरे राज्यों से हिमाचल आने के लिए लोगों से आवेदन करने को कहा था।
इस प्रक्रिया के दौरान हिमाचल से यूपी जाने के लिए करीब चालीस हजार लोगों ने आवेदन कर दिया। कुछ लोगों को निजी वाहन के चलते सरकार ने पास मुहैया करा दिया, लेकिन सोलन में फंसे करीब बीस हजार में से पहले चरण में चार हजार लोगों को भेजने के लिए चार ट्रेनों का प्रबंध किया गया।
यूपी के लिए हिमाचल के नोडल अधिकारी व सचिव राज्यपाल राकेश कंवर ने यूपी के गृह विभाग को पत्र लिखकर लोगों को भेजने के लिए रेलवे के डिमांड नोट के आधार पर रेलगाड़ियों के भुगतान की जानकारी दे दी। यूपी ने हां कर दी तो हिमाचल ने ट्रेनों का प्रबंध कर दिया।
अब यूपी ने यह कहते हुए किराया चुकाने से इंकार कर दिया है कि ट्रेन जहां से शुरू होगी, उस राज्य को ही खर्च करना होगा। चूंकि यूपी से ज्यादा लोगों को हिमाचल नहीं आना है। ऐसे में अब हिमाचल सरकार भी पैसा देने के मूड में नहीं है।
सचिव राज्यपाल ने बताया कि फिलहाल यूपी के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी को पत्र लिखकर मामले की जानकारी दी गई है। उनके जवाब के बाद ही यूपी के लोगों की वापसी पर कोई फैसला होगा।