एक ओपीडी : दो डाक्टर, रोज़ाना आ रहे 150 मरीज, बैठने तक को जगह नहीं
यंगवार्ता न्यूज़ - चौपाल 18-08-2020
नेरवा क्षेत्र की दो दर्जन पंचायतों के लोगों की सेहत जांचने वाला नेरवा अस्पताल मरीजों के साथ-साथ चिकित्सकों के लिए भी सिर दर्द बना हुआ है। अस्पताल की हालत देखकर एक ही सवाल ज़हन में आता है कि यह अस्पताल है या मुर्गीखाना !
अस्पताल में आठ फ़ीट गुणा आठ फ़ीट का एक मात्र ओपीडी रूम है, जिसमें बैठ कर एक समय में दो डाक्टर मरीजों की जांच करते हैं ! अस्पताल में रोजाना डेढ़ सौ से अधिक मरीज चेकअप के लिए आते हैं।
मरीजों के बैठने के लिए पर्याप्त स्थान ना होने के कारण अस्पताल में दिन भर मरीजों का जमावड़ा लगा रहता है और धक्कामुक्की होती रहती है। भीड़ अधिक होने पर मरीजों को अस्पताल के बाहर खुले आसमान के नीचे बैठ कर अपनी बारी का इंतज़ार करना पड़ता है।
अस्पताल में इस अव्यवस्था के कारण कई बार डाक्टरों को मरीजों के गुस्से का शिकार होना पड़ता है ! नए अस्पताल भवन का निर्माण कार्य 2016 से चला हुआ है, परन्तु चार साल का लंबा समय बीत जाने के बावजूद यह कार्य पूरा नहीं हो पाया है ! अब तो लोग सरकार से यह सवाल करने लगे हैं कि सरकार यह तो बता दो कि यह अस्पताल बन रहा है या फिर कोई ताज महल।