एक ही बारिश ने खोखले कर दिए थे पांवटा प्रशासन के दावे, भारी बारिश में लोग कर रहे नदी पार  

उपमंडल पांवटा साहिब में पीडब्ल्यूडी विभाग की लापरवाही लोगों के लिए जी का जंजाल बन गई है क्यों बनी है वो भी आपको बताएंगे,दरअसल बागरन पुल का कार्य 3 महीनों से कछुआ गति से चल रहा है और लोग वैली पुल के सहारे ही आवाजाही कर रहे

एक ही बारिश ने खोखले कर दिए थे पांवटा प्रशासन के दावे, भारी बारिश में लोग कर रहे नदी पार  

यंगवार्ता न्यूज़ - पांवटा साहिब     22-03-2023

उपमंडल पांवटा साहिब में पीडब्ल्यूडी विभाग की लापरवाही लोगों के लिए जी का जंजाल बन गई है क्यों बनी है वो भी आपको बताएंगे,दरअसल बागरन पुल का कार्य 3 महीनों से कछुआ गति से चल रहा है और लोग वैली पुल के सहारे ही आवाजाही कर रहे हैं अभी बात सिर्फ यहीं नहीं थम रही। 

प्रदेश में लगातार मौसम खराब हो रहा है लगातार ऊपरी क्षेत्रों में बर्फबारी का कर्म जारी है ,निचले इलाको में भी बारिश हो रही है , लेकिन बारिश से बेली पुल का नामोनिशान खत्म हो गया जिसके चलते लोग नदी में जान जोखिम में डालकर आवाजाही कर रहे हैं।

यह तस्वीरें पांवटा प्रशासन और पीडब्ल्यूडी विभाग के खोखले दावों की पोल खोलने के लिए काफी है एक और प्रशासन लोगों को सुविधाएं देने के लिए बड़ी-बड़ी बातें कर रहा है लेकिन धरातल की सच्चाई तो आप खुद ही देख रहे हैं कि लोग कैसे जान जोखिम में डालकर आवाजाही कर रहे हैं। 

मौके पर मौजूद  लोगों ने बताया कि पीडब्ल्यूडी विभाग तो सोया हुआ है ठेकेदार कछुआ गति से पुल का निर्माण कार्य कर रहा है या यूं कहा जाए कि ठेकेदार ने पीडब्ल्यूडी विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों के साथ आपसी तालमेल सही है जिसके चलते लोग 3 महीने से परेशानियां झेल रहे हैं।

गौरतलब रहे कि उपायुक्त सिरमौर ने भी मीडिया को प्रेस बयान जारी करते हुए कहा था कि 1 महीने के लिए बागरन पुल की रिपेयरिंग के लिए पुल को बंद किया जाएगा लेकिन 3 महीने का समय हो चुका है उसके बावजूद भी समस्याएं जस की तस बनी हुई है। 

इस बाबत जब पावंटा एसडीएम गुंजित सिंह चीमा से बात की गयी तो उन्होंने कहा की जब उन्हें जानकारी मिली की बारिश की वजह से नदी का जलस्तर बढ़ गया है जिसकी वजह से लोगों को परेशानी हो रही है,तो आज सुबह स्थानीय प्रशासन,पुलिस के साथ बैठक की गयी। 

नए एक्सएन को मोके पर विजिट करने के निर्देश दिए। साथ ही गिरी नदी से लोगों के लिए रास्ता बनाया गया है उसका कोई उचित प्रावधान करें। इतना ही नहीं बांगरण पुल निर्माण में लगी कप्म्पनियोँ को भी निर्देश दे दिए गए हैं की युद्द स्तर पर काम करें।