एचआरटीसी की तर्ज पर गिरिपार के बस ऑपरेटर स्कूली छात्रों को देंगे निशुल्क बस सेवा 

हिमाचल प्रदेश सरकार ने भले ही जिला सिरमौर के ग्रामीण क्षेत्रों में निगम की नाम मात्र की बस सेवाएं आरंभ की है

एचआरटीसी की तर्ज पर गिरिपार के बस ऑपरेटर स्कूली छात्रों को देंगे निशुल्क बस सेवा 
एचआरटीसी की तर्ज पर गिरिपार के बस ऑपरेटर स्कूली छात्रों को देंगे निशुल्क बस सेवा 
 
यंगवार्ता न्यूज़ - शिलाई  25-02-2022
 
हिमाचल प्रदेश सरकार ने भले ही जिला सिरमौर के ग्रामीण क्षेत्रों में निगम की नाम मात्र की बस सेवाएं आरंभ की है , लेकिन गिरिपार क्षेत्र के ट्रांसपोर्टर स्कूली बच्चों को एचआरटीसी की तर्ज पर निशुल्क बस यात्रा देने को आगे आए हैं। इनमें कमरऊ के समाजसेवी व महादेव ट्रेवल्स के जगदीश तोमर और  खजान सिंह तोमर के अलावा शिलाई के ग्राम पंचायत बांदली के कुफर के ठाकुर ट्रैवल के मालिक जीत सिंह ठाकुर भी अब स्कूली बच्चों को निशुल्क बस यात्रा का लाभ देंगे।
 
बस मालिकों ने बताया कि जिस प्रकार हिमाचल पथ परिवहन निगम द्वारा स्कूली बच्चों के लिए निशुल्क बस सेवा आरंभ की है उसी तर्ज पर वह भी आसपास के क्षेत्रों में जो बच्चे स्कूल जाते हैं उन्हें मुफ्त बस सेवा का लाभ देंगे। जीत ठाकुर ने बताया कि शिलाई - पावटा रोड पर उनकी दो बसें चलती है जिसमें स्कूली बच्चों को पहली मार्च से मुफ्त बस सेवा का लाभ दिया जाएगा।
 
बस मालिकों का कहना है कि हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा स्कूली छात्रों के लिए निशुल्क बस सेवा का ऐलान किया है लेकिन यदि शिलाई क्षेत्र की बात करते हैं तो इस क्षेत्र में हिमाचल पथ परिवहन निगम की केवल मात्र दो चार बसें ही चलती है जिसके चलते स्कूली बच्चों को मुफ्त बस यात्रा का फायदा नहीं मिलता है। जीत ठाकुर ने कहा कि उनकी बस में 15 किलोमीटर तक छात्रों को मुफ्त बस सेवा दी जाएगी।
 
उन्होंने ने बताया कि उनका प्रयास है कि जो बच्चे पैदल स्कूल पहुंचते हैं उनके लिए यह कदम कारगर साबित होगा। छात्रों को निशुल्क बस सेवा का ऐलान करने से छात्रों के साथ-साथ अभिभावकों ने भी ऑपरेटरों के इस निर्णय की सराहना की है।
 
महादेव ट्रेवल के मालिक जगदीश तोमर ने बताया कि उनकी पांवटा शिलाई रोड पर दो बसें चलती है जिसमें उन्होंने सभी स्कूली छात्र-छात्राओं के लिए स्कूल जाने व आने के लिए निशुल्क बस सुविधा की देने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल के दौरान ग्रामीण इलाकों में लोगों के काम धंधे ठप हो गए हैं जिसके चलते अभिभावक की जेबें ढीली हो रही है। इसको देखते हुए उन्होंने फैसला किया कि वह जन सेवा के तहत स्कूली बच्चों को निशुल्क बस सेवा मुहैया करवाएंगे।