एनीमिया के शिकार हो तो लोहे के बर्तनों में पकाएं खाना , महिला एवं बाल विकास विभाग राज्य में करवा रहा प्रतियोगिताएं

महिला एवं बाल विकास विभाग निदेशालय पोषण माह के उपलक्ष्य पर 21 सितंबर से 5 अक्टूबर तक प्रदेश भर में लोहे की कढ़ाई में खाना बनाने की प्रतियोगिता एवं विशेष अभियान का आयोजन करेगा

एनीमिया के शिकार हो तो लोहे के बर्तनों में पकाएं खाना , महिला एवं बाल विकास विभाग राज्य में करवा रहा प्रतियोगिताएं
 
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला  21-09-2022
 
महिला एवं बाल विकास विभाग निदेशालय पोषण माह के उपलक्ष्य पर 21 सितंबर से 5 अक्टूबर तक प्रदेश भर में लोहे की कढ़ाई में खाना बनाने की प्रतियोगिता एवं विशेष अभियान का आयोजन करेगा। 
 
 
इस प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य लोगों को लोहे के बर्तनों में खाना बनाने के लाभ और इसकी पौष्टिकता और एनीमिया के प्रति जागरूक करना है। विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि वर्तमान में एनीमिया पूरे विश्व की समस्या बन गया है। पारंपरिक लोहे के बर्तनों में खाना बनाने से खून की कमी यानी एनीमिया को दूर किया जा सकता है। 
 
 
प्रवक्ता ने बताया कि प्रदेश को एनीमिया मुक्त बनाने की मुहिम में यह कदम कारगर साबित होगा। हिमाचल प्रदेश में पहले से ही पारंपरिक तरीकों से खाना बनाने के लिए लोहे के बर्तनों का उपयोग किया जाता रहा है, परंतु आधुनिक दौर में इसका उपयोग कम होता जा रहा है, जबकि यह हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है। 
 
 
एनीमिया की अधिकता को देखते हुए लोहे की कढ़ाई में खाना बनाने की प्रतियोगिता का उद्देश्य पारंपरिक तरीकों से लोहे के बर्तनों में खाना पकाने के स्वास्थ्य लाभ के बारे में लोगों में जागरूकता पैदा करना है। 
 
 
इस संबंध में जिला कार्यक्रम अधिकारियों, बाल विकास परियोजना अधिकारियों और महिला एवं बाल विकास निदेशालय के फेसबुक पेज पर प्रतिभागियों द्वारा लोहे की कढ़ाई में खाना पकाने तथा इसके स्वास्थ्य लाभ के संबंध में एक मिनट का वीडियो साझा किया जाएगा। 
 
 
प्रवक्ता ने बताया कि हिमाचल प्रदेश के सभी व्यक्ति इस अभियान में भाग लेने के पात्र हैं. निदेशालय महिला एवं बाल विकास एवं विभाग के अधिकारी और कर्मचारी भी इस अभियान में वीडियो साझा कर इस अभियान को सफल बनाएंगे। 
 
 
सर्वश्रेष्ठ 20 वीडियो को निदेशालय महिला एवं बाल विकास द्वारा नकद पुरस्कार दिया जाएगा। इस विषय में जिला कार्यक्रम अधिकारियों एवं बाल विकास परियोजना अधिकारियों को उचित कदम उठाने के निर्देश दिये गए हैं।