केंद्र सरकार की प्रभावी नीतियों से पटरी पर आ रही अर्थव्यवस्था : अनुराग ठाकुर 

केंद्र सरकार की प्रभावी नीतियों से पटरी पर आ रही अर्थव्यवस्था : अनुराग ठाकुर 
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 21-12-2020
 
केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट अफ़ेयर्स राज्यमंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कोरोना आपदा से पैदा हुई परिस्थितियों में मोदी सरकार द्वारा अपनाई गई साहसिक और प्रभावी नीतियों के चलते भारतीय अर्थव्यवस्था के पटरी पर लौटने व निकट भविष्य में दोहरे अंक की विकास दर हासिल करने की उम्मीद जताई है। 
 
अनुराग ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आर्थिक रणनीति ना सिर्फ़ भारत को आत्मनिर्भर बनाने की है बल्कि उनका विजन आर्थिक मोर्चे पर देश की स्थिरता व इसके दूरगामी ऊदेश्यों की पूर्ति से भी है। कोरोना आपदा ने पूरे विश्व की अर्थव्यवस्था पर अपना प्रभाव डाला है और हम भी इस से अछूते नहीं रहे मगर मोदी सरकार द्वारा अपनाई गई साहसिक व प्रभावी नीतियों के चलते भारतीय अर्थव्यवस्था तेज़ी से पटरी पर लौट रही है।
 
कोरोना महामारी के लिए लगाए गये लॉकडाउन व फिर अनलाकिंग के दौरान हमारी अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए मोदी सरकार ने सभी ज़रूरी कदम उठाए हैं।उसी का परिणाम है कि दूसरी तिमाही में आर्थिक गतिविधियाँ तेज़ी से शुरू हुईं व हम एक मज़बूत आर्थिक उभार को सामने देख रहे हैं।
 
अनुराग ठाकुर ने कहा”मोदी सरकार द्वारा लिए गए निर्णायक आर्थिक निर्णयों का ही परिणाम है कि मुद्रास्फ़ीति से राजकोषीय घाटे तक, विदेशी मुद्रा भंडार से चालू खाता घाटा, जीडीपी वृद्धि से लेकर वित्तीय समावेशन तक सभी बहुत स्थिर और स्थिर आर्थिक स्थिति को इंगित कर रहे हैं। ईपीएफओ की पीएफ योजना में अक्तूबर में 11.55 लाख नए लोग पंजीकृत हुए। यह पिछले वर्ष इसी माह की 7.39 लाख शुद्ध नई प्रविष्टियों से 56 प्रतिशत अधिक है।
 
वैश्विक बाजारों में अतिरिक्त नकदी और कम ब्याज दर के कारण भारत जैसे उभरते बाजारों में विदेशी पूंजी प्रवाह हो रहा है और एफपीआई द्वारा भारतीय बाजारों में दिसंबर में अबतक 54,980 करोड़ रुपये लगाए जाना इस बात का प्रमाण है कि विदेशी निवेशकों का भारतीय बाज़ार में भरोसा बढ़ रहा है। 

आगे बोलते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा कि पिछले 6 वर्षों में, हमने लगातार सुधारों के प्रति क्रियाशील रहे हैं। आज दुनिया को भारत की ग्रोथ स्टोरी पर भरोसा है। महामारी के दौर में भी भारत में रिकॉर्ड एफ़डीआई आया है। भारत अपने सामर्थ्य पर भरोसा करते हुए, अपने संसाधनों पर भरोसा करते हुए आत्मनिर्भर भारत को आगे बढ़ा रहा है। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए मैन्युफेक्चरिंग पर हमारा विशेष फोकस है। मैन्युफेक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए हम निरंतर रिफॉर्म कर रहे हैं।