कुंभ मेले में जाने वाले सभी श्रद्धालुओं को वापसी के समय करवाना होगा कोविड टेस्ट

कुंभ मेले में जाने वाले सभी श्रद्धालुओं को वापसी के समय करवाना होगा कोविड टेस्ट

 गर्भवती महिलाओं, दस साल से कम उम्र के बच्चों को नहीं मिलेगी जाने की अनुमति

 यंगवार्ता न्यूज़ - हमीरपुर  21-02-2021

उत्तराखंड के हरिद्वार में आयोजित होने वाले कुंभ मेले में जाने के इच्छुक लोगों को कोविड-19 के चलते एसओपी की पालना सुनिश्चित करनी होगी। पंचायत के लोगों को जागरूक करने की जिम्मेदारी प्रधान व सचिवों को सौंपी गई है। 

बीडीओ की तरफ से जारी निर्देशों में साफ कहा गया है कि प्रधान व सचिव कुंभ मेले में जाने वाले श्रद्धालुओं को एसओपी के बारे में विस्तार से बताएं, जिससे कि हरिद्वार में अप्रैल में आयोजित किए जा रहे कुंभ मेले में जाने वाले श्रद्धालु नियम फॉलो कर सकें।

प्रशासन की तरफ से जारी निर्देशों में कहा गया है कि 65 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्ति और 10 साल से छोटे बच्चों को मेले में जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। मधुमेह, उच्च रक्तचाप, हृदय रोग, किडनी की समस्या, कैंसर से पीडि़त व्यक्ति तथा गर्भवती महिलाएं भी मेले में नहीं जा सकेंगी। 

कुंभ मेले में भाग लेने  वाले लोगों को अपना स्वास्थ्य प्रमाण पत्र साथ लाना होगा। साथ ही कुंभ मेले में भाग लेने के इच्छुक श्रद्धालुओं को कोविड -19 टेस्ट रिपोर्ट, जोकि 72 घंटे पूर्व प्राप्त की हो, मेले में जाने से पहले देनी होगी। इसके लिए प्रपत्र-3 निर्धारित किया गया है। 

मेले में जाने वाले श्रद्धालुओं को उत्तराखंड सरकार के पोर्टल पर अपना पंजीकरण करवाना होगा और अपने मोबाइल फोन पर अरोग्य सेतु ऐप भी डाउनलोड करना अनिवार्य है। इसके साथ ही श्रद्धालुओं को अपनी कोविड संबंधि स्थिति के बारे में प्राथमिकता के आधार पर राज्य सरकार व उत्तराखंड सरकार को यात्रा से पूर्व बताना होगा। 

कुंभ मेले में भाग लेने के बाद वापसी के समय कोविड टेस्ट करवाना अनिवार्य है। जाहिर है कि उत्तराखंड में आयोजित होने वाले कुंभ मेले में भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। कोरोना काल के चलते इस बारे श्रद्धालुओं को नियम पूरी तरह फॉलो करने होंगे। 

इस बारे में खंड विकास अधिकारी हमीरपुर अस्मिता ठाकुर ने बताया कि पंचायत प्रधान व सचिवों को कुंभ मेले में जाने के इच्छुक लोगों को जागरूक करने के लिए कहा गया है, ताकि कुंभ मेले में जाने वाले जनसाधारण को किसी भी असुविधा का सामना न करना पड़े। (एचडीएम)