क्या कांग्रेस के बाद अब आप में शामिल हो सकते है नवजोत सिंह सिद्धू , जानिए क्या कहते है केजरीवाल

पंजाब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू पर एक तरफ जहां राघव चड्ढा के तेवर तल्ख देखने को मिलते हैं तो वहीं दूसरी ओर अरविंद केजरीवाल कई बार नरम दिखाई देते हैं।

क्या कांग्रेस के बाद अब आप में शामिल हो सकते है नवजोत सिंह सिद्धू , जानिए क्या कहते है केजरीवाल

न्यूज़ एजेंसी - नई दिल्ली   05-12-2021

पंजाब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू पर एक तरफ जहां राघव चड्ढा के तेवर तल्ख देखने को मिलते हैं तो वहीं दूसरी ओर अरविंद केजरीवाल कई बार नरम दिखाई देते हैं।
 
एक न्यूज चैनल के कार्यक्रम में पूछे जाने पर कि क्या अभी भी आप को उम्मीद है कि नवजोत सिंह सिद्धू पार्टी में आ रहे हैं?
 
इस सवाल के जवाब में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अगर वो अच्छे काम करते हैं तो हम उनकी तारीफ करते हैं और वो अगर कुछ गलत बात करते हैं तो हम उस पर अपनी बात रखते हैं।
 
नवजोत सिंह सिद्धू विपक्ष में हैं वो हमारी पार्टी में नहीं आ रहे हैं। इसके साथ ही पंजाब में सीएम चेहरे को लेकर केजरीवाल ने कहा कि इस पर विचार किया जा रहा है। जल्द ही इस बारे में घोषणा की जाएगी।
 
जब उनसे पूछा गया कि क्या वो खुद पंजाब जा सकते हैं तो उन्होंने कहा कि मैं दिल्ली का बेटा हूं, दिल्ली का भाई हूं, मैं यहीं रहूंगा, इसे छोड़कर कहीं नहीं जाऊंगा। साथ ही अरविंद केजरीवाल ने सीएम चन्नी पर निशाना साधते हुए कहा कि कैप्टन के बाद पंजाब में चन्नी साहब ने भी आकर कोई नया काम नहीं किया है।
 
वहां वो सिर्फ ऐलान ही कर रहे हैं। उन्होंने दिल्ली के मुफ्त बिजली माडल की बात तो कर दी लेकिन एक भी आदमी का फ्री बिल नहीं आया। पंजाब की जनता सब देख रही है, वो दिल्ली का विकास देख रही है। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इस बार पंजाब में आप की सरकार आ रही है।
 
केजरीवाल ने कहा पंजाब को ईमानदार राजनेता और ईमानदार राजनीति चाहिए है। वह आम आदमी पार्टी ही दे सकती है। केजरीवाल ने कहा कि पूरा पंजाब ही हमारा है।
 
अमरिंदर सिंह के जाने से क्या आप को फायदा हुआ है? इस सवाल पर केजरीवाल ने कहा कि कांग्रेस ने जो वादे किए थे, उनमें से कुछ नहीं किया है। अमरिंदर सिंह भी कुछ कर नहीं पाए, अब चरणजीत सिंह चन्नी आए हैं। वह वादे पर वादे तो कर रहे हैं, लेकिन कुछ कर नहीं पा रहे हैं। 
 
अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि तीर्थ यात्रियों को विदा करने के लिए दिल्ली सरकार ने स्टेशन पर कार्यक्रम रखा था। केंद्र सरकार ने कार्यक्रम करने देने से मना कर दिया। मीडिया को भी तीर्थ यात्रियों से बात नहीं करने दी।
 
उन्होंने कहा कि मैं केंद्र सरकार से कहना चाहता हूं कि इस किस्म का व्यवहार सही नहीं है। बुढ़ापे में अगर किसी को तीर्थ यात्रा करने का मौका मिल जाए, तो उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहता है।