यंगवार्ता न्यूज़ - नाहन 10-05-2021
शिलाई विधानसभा में हर गांव में कम से कम 5-7 लोग बुखार और गले की खराश वगैरह की बीमारी से जूझ रहे हैं और बहुत लोग कोरोना पॉजिटिव भी निकल गये है। अगर किसी को ऑक्सीजन या वेंटिलेटर की जरूरत होती है तो उनको पांवटा, नाहन, देहरादून या चंडीगढ़ जाना पड़ता है जहां पहले से ही बहुत भीड़ है।
क्या एक विधानसभा में अपनी अलग से सारी मेडिकल फैसिलिटी नहीं होनी चाहिए जहां ऑक्सीजन और वेंटिलेटर की सुविधा उपलब्ध हो, इस कोरोना महामारी के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए शिलाई और कफोटा में 100-100 बेड के कोविड सेंटर क्यों न बनाएं जाएं।
सिरमौर एसोसिएशन चंडीगढ़ एवं सामान्य मतदाता एवं जागरूक नागरिक शिलाई विधानसभा राजेंद्र शर्मा , रमेश कुमार , कमल शर्मा , कंवर सिंह और राजेंद्र सिंह आदि ने सरकार से मांग की है सही शिलाई क्षेत्र में एक कोविड केयर सेंटर बनाया जाये ताकि कोरोना से लोग बेमौत न मरे जाये।
सिरमौर एसोसिएशन के राजेंद्र शर्मा ने बताया की हमने सभी जनप्रतिनिधियों बलदेव तोमर, हर्षवर्धन चौहान , बीर सिंह राणा , नाथूराम चौहान व अन्य नेताओं और उनके समर्थकों से अपील है कि इस समय राजनीति को त्याग कर शिलाई और कफोटा में कोविड सेंटर बनाने के लिए सामूहिक प्रयास किया जाए।
साथ ही सिरमौर प्रशासन और हिमाचल सरकार से इस संबंध में सामूहिक स्तर पर बात की जाए। इसके लिए शिलाई के सभी बुद्धिजीवी, समाजसेवी अन्य सामर्थ्यवान लोगों को आगे आना चाहिए, क्योंकि अभी हालात बिगडे नहीं है और हम सब अपने लोगों की जान बचाने में कामयाब हो सकते है।
उन्होंने कहा कि एक तो कोरोना काल और ऊपर से आईसीयू बेड तो दूर की बात एक कोविड केयर सेंटर तक नही। ऐसे में क्षेत्र कोरोना रूपी महामारी से कैसे लड़ेगा। यही नहीं मूलभूत सुविधाओं के हालात भी बदतर होते जा रहे है। कोई सुनने वाला नहीं हैं। तो सरकार गांवों को कैसे इस महामारी से बचाएगी। यह दर्द शिलाई विधानसभा क्षेत्र के के जिम्मेदार नागरिक का छलका है। उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से हालात सुधारने की गुहार लगाई है।