यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 08-05-2023
कांग्रेस के दिल्ली मंथन से हिमाचल के लिए बहुत कुछ इस बार निकलने वाला है। मंत्रियों के खाली पदों से शिमला के मेयर और डिप्टी मेयर तक का फैसला दिल्ली में होगा। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष हिमाचल के रिपोर्ट कार्ड को लेकर दिल्ली रवाना हो चुकी हैं, तो मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पहले ही कर्नाटक में बतौर स्टार प्रचारक अपनी भूमिका अदा कर रहे हैं और वह भी दिल्ली में होने वाली अहम बैठकों का हिस्सा लेंगे। हिमाचल प्रभारी राजीव शुक्ला तक प्रदेश का रिपोर्ट कार्ड नगर निगम चुनाव के बीच ही पहुंच गया था।
राजीव शुक्ला एक दिन के लिए शिमला आए थे और यहां उन्होंने प्रदेश में पार्टी के हालात का फीडबैक लिया है। अब केंद्रीय नेतृत्व को संगठन और सरकार के बीच तालमेल बैठाते हुए आगामी नियुक्तियों पर फैसला करना है। मंत्रिमंडल की बात करें तो प्रदेश में मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के बाद सात मंत्री हैं, जबकि हिमाचल मंत्रिमंडल में तीन पद अभी खाली हैं। इन पदों को लेकर कांगड़ा, बिलासपुर और हमीरपुर में बड़े नाम दौड़ में शामिल हैं, लेकिन केंद्रीय नेतृत्व से ग्रीन सिग्नल न मिलने की वजह से हिमाचल में मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं हो पा रहा है।
अब नगर निगम चुनाव में उम्दा प्रदर्शन के बाद समूचे देश में खासतौर पर कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस ने हिमाचल की जीत को खूब भुनाया है। ऐसे में इस जीत में अहम भूमिका निभाने वालों की ताजपोशी की संभावनाएं भी बढ़ गई हैं। जिन चेहरों को मंत्रिमंडल में जगह देने की अब तक सबसे ज्यादा चर्चा हुई है, उनके प्रदर्शन का आकलन करें, तो धर्मशाला के विधायक सुधीर शर्मा का शिमला नगर निगम में प्रदर्शन अन्य के मुकाबले थोड़ा सा बेहतर रहा है। नगर निगम में 34 में से 24 सीटें जीतकर सत्ता में काबिज हुई कांग्रेस के लिए अब चिंता यहां मेयर और डिप्टी मेयर के फैसले की भी शुरू हो गई है।
लोक निर्माण विभाग के मंत्री विक्रमादित्य सिंह पहले ही यह साफ कर चुके हैं कि अहम पदों पर महिलाओं को जगह दी जाएगी, जबकि दौड़ में शामिल पार्षदों की बात करें तो छोटा शिमला वार्ड से सुरेंद्र चौहान, सांगटी से कुलदीप ठाकुर, भट्टाकुफर से नरेंद्र ठाकुर, टूटीकंडी से उमा कौशल और सिमी नंदा समेत अन्य नामों पर चर्चा अंदर खाते चल रही है। फिलहाल, अब देखना यह है कि कांग्रेस हाईकमान वरिष्ठता को तवज्जो देती है या अपने खास चेहरों को आगे लाने में सरकार की भूमिका रहेगी। यह फैसला अब दिल्ली में होने वाली बैठकों के बाद तय हो जाएगा।