यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 29-10-2020
बाहरी राज्यों से कोरोना वायरस के चलते लागू किए गए लॉकडाउन के दौरान हिमाचल लौटे और प्रदेश में नौकरियां गंवाने वाले करीब 16 हजार लोगों ने कौशल विकास निगम के पास पंजीकरण करवाया था, लेकिन नौकरी लेने सिर्फ चार लोग ही पहुंचे हैं।
कई लोग लॉकडाउन हटने के बाद वापस दूसरे राज्यों में लौट गए हैं, जबकि कई लोगों ने अपने घर के आसपास ही कारोबार शुरू कर लिया है। तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉ. रामलाल मारकंडा ने बताया कि कौशल विकास निगम ने नौकरियों के अवसर मुहैया करवाने को स्किल रजिस्टर शुरू किया था।
विभिन्न उद्योगों के साथ मिलकर नौकरियां देने की योजना थी। कोरोना संकट के चलते सरकार की ओर से यह बड़ी पहल की गई थी। कौशल विकास निगम से मिली जानकारी के अनुसार स्किल रजिस्टर में 16 हजार 407 ने आवेदन किया था।
सरकार ने इन युवाओं को नौकरियां देने के लिए बड़ी कंपनियों जैसे हैवल, वोल्टाज, इंडको से संपर्क किया। पंजीकरण करवाने वाले 16 हजार में से 1802 लोगों ने नौकरी की इच्छा जताई थी। इनमें 405 ने आवेदन किए। 282 ने साक्षात्कार दिया, लेकिन अंत में नौकरी लेने सिर्फ चार ही आए।
इन चार लोगों में से दो डाटा एंट्री ऑपरेटर, एक अकांउटेंट और एक वाटर कैरियर की नौकरी कर रहे हैं। कई लोग स्किल नहीं होने के चलते भी नौकरियां प्राप्त नहीं कर सके। तकनीकी शिक्षा मंत्री ने बताया कि आईटीआई के प्रति रुझान बढ़ाने को जल्द स्कूलों में जागरूकता अभियान चलाए जाएंगे। स्कूलों में जाकर विद्यार्थियों को आईटीआई के विभिन्न ट्रेडों से अवगत करवाया जाएगा।
विभाग ने फैसला लिया है कि अब आईटीआई में ऐसे पुराने ट्रेड बंद किए जाएंगे, जिनके प्रति विद्यार्थियों में रुझान नहीं है। बाजार और उद्योगों की जरूरत के हिसाब से ट्रेड शुरू किए जाएंगे। इंजीनियरिंग कॉलेजों में भी स्पेशलाइजइड ट्रेडों को बढ़ावा दिया जाएगा।