कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर में एबीवीपी इकाई ने विभिन्न मांगों को लेकर किया विरोध प्रदर्शन
कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर में फीस कम करने हेतु एवं अन्य मांगों को लेकर एबीवीपी इकाई द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया। इसमें विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने सुबह भारी बारिश के होने के बावजूद भी छात्रों के साथ मिलकर विशाल छात्र आक्रोश रैली का आयोजन कर कुलपति कार्यालय के बाहर विशाल धरना प्रदर्शन किया
यंगवार्ता न्यूज़ - कांगड़ा 20-08-2022
कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर में फीस कम करने हेतु एवं अन्य मांगों को लेकर एबीवीपी इकाई द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया। इसमें विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने सुबह भारी बारिश के होने के बावजूद भी छात्रों के साथ मिलकर विशाल छात्र आक्रोश रैली का आयोजन कर कुलपति कार्यालय के बाहर विशाल धरना प्रदर्शन किया।
वर्तमान स्थिति में कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर में पढ़ रहे विद्यार्थी सालाना डेढ़ से दो लाख रुपए तक फीस भरते हैं, जिसको लेकर एबीवीपी कृषि विश्वविद्यालय इकाई लंबे समय से फीस कम करवाने की माँग को लेकर कृषि विवि प्रशासन व हि०प्र० सरकार को कईं बार ज्ञापन सौंप चुकी है, परंतु विद्यार्थी परिषद की इस मांग को लेकर प्रशासन व प्रदेश सरकार द्वारा कोई भी ठोस कार्यवाही नहीं की गई है। इसी कारणवश वि०वि० के विद्यार्थियों द्वारा आज कक्षाओं का बहिष्कार कर धरना प्रदर्शन किया गया।
इस आंदोलन में लगभग 500 से अधिक विद्यार्थियों द्वारा अपनी मांगों को लेकर एक आक्रोष रैली निकाली गई व जमकर नारेबाजी की गई। इकाई अध्यक्ष अंकित ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की लगभग 65-70% जनसंख्या कृषि पर निर्भर करती है लेकिन फिर भी सरकार एवम् प्रदेश का एकमात्र सरकारी कृषि विवि. गरीब किसान के बेटे को कृषि शिक्षा देने में असमर्थ रहा है।
कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर में अत्यधिक फीस होने के कारण बहुत से विद्यार्थियों को अपनी पढ़ाई लाखों रुपए का कर्ज़ लेकर पूरी करनी पड़ रही है लेकिन अगर बात करें मूलभूत सुविधाओं की तो कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर हमेशा से ही इन सुविधाओं को देने में असफल रहा है।
उन्होंने बताया कि हमारे देश के संविधान में शिक्षा का अधिकार सभी को एक समान दिया गया है लेकिन कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर में सेल्फ फाइनेंस फीस ने कृषि शिक्षा में गरीब और अमीर के बीच एक रेखा खींच दी है जिसके कारण एक गरीब वर्ग का विद्यार्थी सरकारी विश्वविद्यालय होने के बावजूद भी यहां अपनी शिक्षा ग्रहण नहीं कर पा रहा है।
इकाई सचिव अभय वर्मा ने बताया की विद्यार्थी परिषद के करीब 2 घंटे कुलपति ऑफिस में धरना करने के बाद जब छात्रों से मिलने पहुंचे तो उन्होंने वहां पर भी अपना तानाशाह रवैया दिखाते हुए छात्रों को किसी राजनीतज्ञ की भांति संबोधन करने का रवैया अपनाया। कुलपति का विद्यार्थियों के आगे इस प्रकार का राजनीतिक रवैया निंदनीय है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कृषि विश्वविद्यालय इकाई द्वारा करीब दो घंटे धरना प्रदर्शन करने के बाद प्रशासन द्वारा एबीवीपी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करने के लिए तुरंत प्रभाव से अधिसूचना जारी की गई। विद्यार्थी परिषद की यह छोटी सी जीत है। फीस कम करने का संघर्ष अभी जारी है।