सन्नी वर्मा - हरिद्वार 09-06-2023
अलकनंदा घाट पर आयोजित भारतीय किसान श्रमिक जनशक्ति यूनियन का तीन दिवसीय अधिवेशन संपन्न हो गया। अधिवेशन के अंतिम दिन किसान संगठन की और से प्रस्ताव पारित कर सरकार से किसानों की समस्याएं दूर करने की मांग करते हुए किसान हित में संघर्ष का संकल्प लिया गया। यूनियन के अध्यक्ष दादा मानसिंह ने कहा कि देश का अन्नदाता किसान तमाम समस्याओं से जूझ रहा है। लेकिन केंद्र सरकार समेत तमाम राज्यों की सरकारें किसानों की समस्याएं दूर करने में नाकाम रही हैं।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में चले किसान आंदोलन के दौरान केंद्र सरकार ने एमएसपी पर गारंटी कानून लागू करने का वादा किया था। लेकिन सरकार इस वादे को पूरा करने में नाकाम रही है। किसानों की आय दोगुना करने के वादे को भी केंद्र सरकार पूरा नहीं कर पायी है। सरकारों की उपेक्षा के चलते किसानों में रोष है। उन्होंने कहा कि किसानों की मांगों को लेकर भारतीय किसान श्रमिक जनशक्ति यूनियन किसी भी संघर्ष से पीछे नहीं हटेगी। प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार सिंह ने मांग करते हुए कहा कि किसानों का कर्ज माफ करने के साथ मिलों पर बकाया गन्ना भुगतान किसानों को दिलाया जाए।
उन्होंने कहा कि किसान और मजदूर एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। आसमान छूती महंगाई के चलते किसान और मजदूर दोनो को ही भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा हैं। बढ़ती महंगाई के चलते किसान जहां फसल की लागत भी नहीं निकाल पा रहा है। वहीं भारी महंगाई के चलते मजदूर वर्ग को परिवार के लिए दो वक्त का भोजन जुटाने में भी समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि किसान और मजदूर देश की रीढ़ हैं। सरकार को किसान और मजदूरों के हितों के लिए कदम उठाने चाहिए। किसान और मजदूर की आर्थिक स्थिति सुधरेगी तो देश आगे बढ़ेगा। इस अवसर पर अशोक कुमार, उमाकांत श्रीवास्तव, राकेश कुमार रावत, विशेष यादव, धर्मवीर सिंह, हेमलता झा, सवेंद्र यादव, हरीश चंद्रा, रविंद्र धीमान, राजकुमार सिंह, नीरज कुमार, शिवराम यादव सहित देश भर से आए किसान मौजूद रहे।