खडाह में विजट महाराज के शांद पर्व की रही धूम, 200 वर्ष वर्ष पुराना है मंदिर का इतिहास 

खडाह में विजट महाराज के शांद पर्व की रही धूम, 200 वर्ष वर्ष पुराना है मंदिर का इतिहास 

प्राचीन शैली में में बनाया गया है भव्य मंदिर, धार्मिक अनुष्ठान में उमड़ा आस्था का सैलाब


यंगवार्ता न्यूज़ - नाहन   15-10-2021

हिमाचल प्रदेश सच मे देव भूमि है। जहां पर हर एक क्षेत्र में देवी देवताओं का वास विद्यमान है। इसी कड़ी में गिरिपार क्षेत्र अपनी अनूठी परंपराओं के लिए जाना जाता है।

शुक्रवार दशहरे के उपलक्ष्य पर ग्राम पंचायत दिवड़ी खडाह के खडाह गांव में विजट महाराज का शान्द पर्व मनाया गया। यह पर्व 32 वर्ष पहले यानी 1989 में किया गया था उसके बाद गांव की परिस्थिति के चलते आज यह शान्द पर्व मनाया गया। यहां पर नया विजट महाराज का मंदिर बनाया गया।

आज मंदिर का जीर्णोद्धार किया गया। शुक्रवार सुबह करीब 8 बजे पहले मंदिर की छत पर खुनेवड स्थापित की गई। यह देवदार से बनी विजट महाराज का ताज माना जाता है जिसे मंदिर की छत पर स्थापित किया जाता है।

इस अवसर पर जिला सिरमौर के छह पंचायते व जिला शिमला की नोरा बौरा, कुलग, चड़ोली, बांदल कफला ग्राम पंचायत की पांच पंचायतों ने भाग लिया तथा यहां पर देवता के आशीर्वाद लिया। मंत्रोचारण व विजट महाराज के जयकारों के साथ खुनेवड लगाने का कार्य शुरू किया।

पारंपरिक वाद्य यंत्रों की धुन पर सैंकड़ो लोगों ने विजट महाराज का गुणगान करते यह रस्म पूरी की। बात दें कि इस धार्मिक अनुष्ठान में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। पुजारी मस्तराम ने बताया कि इस शान्द पर्व से, विजट महाराज के जयकारों से समूचा क्षेत्र भक्तिमय हो गया।

यहां पर पूरे नवरात्रों में 9 पंडितों ने पूजा पाठ का आयोजन किया गया। दशमी को शान्द पर्व का आयोजन किया गया। इस मौके पर जिला शिमला के सराह स्थित विजट महाराज मंदिर से विजट महाराज की छड़ी भी पहुंची थी। जिसे 14 परगने के भंडारी प्रदीप लाए थे।

पुजारी ने बताया कि यह मंदिर दो सौ वर्ष पुराना है जिसे अब प्राचीन शैली में तैयार किया गया है। मंदिर में देवी देवताओं के अलावा अद्भुत काष्ठ कला से सुशोभित किया है। जिसमें लाखों रुपये का खर्चा किया गया है।

इस अवसर पर पारंपरिक धुनों व गीतों से लोगों ने रासा नृत्य पेश कर खूब मनोरंजन किया। शांद में बाहर से आए श्रदालुओं के लिए विशाल भंडारे का भी आयोजन किया गया।

इस मौके पर मोहनलाल शर्मा, मस्तराम भंडारी नारायण सिंह, बस्तीराम ज़ियाणा,पूर्व प्रधान गंगाराम समेत सैंकड़ो श्रदालु उपस्थित रहे।