खादों एवं कीटनाशक दवाइयों की कीमते बढ़ा कर किसानों को आत्महत्या के मजबूर कर रही सरकार 

खादों एवं कीटनाशक दवाइयों की कीमते बढ़ा कर किसानों को आत्महत्या के मजबूर कर रही सरकार 

यंगवार्ता न्यूज़ - पांवटा साहिब  12-04-2021

फाइट फ़ॉर फार्मर राइट कमेटी पांवटा साहिब का कहना है कि आज देश की केंद्रीय सरकार किसानों की हत्या करने पर तुली हुई है और किसान आंदोलन का बदला छुपे तरीके से किसानों से लिया जा रहा है।

पहले पिछले एक वर्ष से तेल की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि का सीधा असर किसानों की जेब पर पड़ा है। उन्होंने बताया कि फसलों की कीमतों में एमएसपी के माध्यम से कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है।

अब खेती में प्रयुक्त होने वाले मिश्रित खाद जैसे डीएपी और एनपीके के दामों में एकमुश्त ₹700 प्रति 50 किलो तक की वृद्धि की गई है। उन्होंने बताया कि ऐसा लगता है कि सरकार के हाथों से स्थिति या तो बिल्कुल निकल चुकी है, देश की बागडोर अब उद्योगपति और कॉर्पोरेट घरानों ने संभाल ली है, सरकार केवल मंदिर मस्जिद की राजनीति तक ही सीमित हो चुकी है।

किसानों का कहना है कि गेहूं की कटाई शुरू हुए एक हफ्ते से अधिक बीत जाने के बाद भी स्थानीय कृषि उपज मंडी में गेहूं की खरीद शुरू नहीं हुई है। स्थानीय भाजपा नेतृत्व जितनी दिलचस्पी किसान महापंचायत को विफल करने में लगा रहे थे,  अगर उतना ही सरकारी खरीद शुरू करवाने पर लगता तो आज क्षेत्र का किसान दर-दर ठोकरें खाने को मजबूर न होता।

कोरोना के दूसरे काल में सरकार फिर से जनता की जेब में खाली करने पर उतारू है। पांच राज्यों में चुनाव के बाद सरकार को एक बार फिर से कोरोना की याद आने लगी है और अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए लॉकडाउन जैसे हथकंडों का सहारा लेना सरकार ने शुरू कर दिया है।

अगर पांवटा साहिब में गेहूं की सरकारी खरीद एक-दो दिन में शुरू नहीं की गई तो फाइट फ़ॉर फॉर्मर  राइट संगठन अपने सदस्यों तथा किसानों के साथ स्थानीय कृषि उपज मंडी में धरना प्रदर्शन करेगा।

इसमें फाइट फ़ॉर फार्मर राइट कमेटी के सयोंजक अनिन्दर सिंह नॉटी, गुरजीत सिंह नंबरदार, अध्यक्ष हरप्रीत सिंह खालसा, महासचिव चरणजीत सिंह, जैलदार जसविंदर बिलिंग  हरीश चौधरी, आदि मौजूद रहे।