गुरूद्वारा श्री पांवटा साहिब में दर्शनी दयोढ़ी की कार सेवा प्रारंभ
ऐतिहासिक गुरुद्वारा श्री पांवटा साहिब में दर्शनी दयोढ़ी की कार सेवा आज प्रारंभ हो गई। श्री हरमंदिर साहिब अमृतसर के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कार सेवा का शुभारंभ
अकाल तख्त श्री हरमंदिर साहिब अमृतसर के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने किया शुभारंभ
यंगवार्ता न्यूज़ - नाहन 07-04-2022
ऐतिहासिक गुरुद्वारा श्री पांवटा साहिब में दर्शनी दयोढ़ी की कार सेवा आज प्रारंभ हो गई। श्री हरमंदिर साहिब अमृतसर के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कार सेवा का शुभारंभ किया। गुरुद्वारा पांवटा साहिब प्रबंधक कमेटी व बाबा कश्मीर सिंह भूरी साहिब वालो के संयुक्त तत्वाधान में सेवा कार्य चलेगा।
सेवा कार्य शुभारंभ मौके पर सिख पंथ की प्रसिद्ध जत्थे बंदियों समेत जत्थेदार व कार सेवा के महापुरूष मौजूद रहे। गुरुद्वारा पांवटा साहिब प्रबंधक कमेटी के प्रबंधक सरदार जगीर सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि आज गुरद्वारा साहिब के मुख्य प्रवेश द्वार दर्शनी दयोढ़ी की कार सेवा प्रारंभ हुई।
उन्होंने बताया कि दर्शनी दयोढ़ी बनाकर जहां गुरुद्वारा साहिब का मुख्य प्रवेश द्वार और अधिक सुंदर किया जाएगा। वही यहां पर संगतों की सुविधाओं के लिए कार पार्किंग, रिहायश, समेत अन्य सुविधाएं भी जुटाई जाएंगी। ताकि दूरदराज से आने वाली संगतों को यहां बेहतर सुविधाएं मिल सकें। उन्होंने बताया कि कार सेवा बाबा कश्मीर सिंह भूरी साहिब वाले इस कार्य को अंजाम देंगे।
उधर अकाल तख्त श्री हरमंदिर साहिब अमृतसर के जथेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि आज पांवटा साहिब दर्शनी दयोढ़ी की कार सेवा प्रारंभ हो रही। उन्होंने बताया कि कार सेवा गुरु नानक देव महाराज द्वारा शुरू की गई। प्रथम गुरू साहिब श्री गुरू नानक देव महाराज जी ने सब्र संतोख दिया तो वहीं जीवन कल्याण के लिए सेवा व सिमरण अतिआवश्यक बताया है।
उन्होंने कहा कि जितना आवश्यक प्रभु को याद करना हैं उतना आवश्यक सेवा करना हैं । उन्होंने कहा कि अगर मनुष्य जीवन प्राप्त करने के बाद इस जीवन को सफल बनाना है तो सेवा कार्य करना बेहद आवश्यक है। संगतों से अपील करते हुए कहा कि अपने जीवन में प्रभु को याद करने के साथ साथ सेवा सिमरण आवश्य करें। क्योंकि जहां सेवा अहंकार तो खत्म करती है तो वहीं सिमरण सेवा करने के बाद आने वाले अंहकार को भी समाप्त कर देता है।
आज से गुरूद्वरा पांवटा साहिब की दर्शनी दयोढ़ी की सेवा कार्य शुरू हो रहा है। सभी को अपना योगदान देना चाहिए। इससे पूर्व गुरूद्वारा श्री पांवटा साहिब के कवि दरबार हाल में विशाल कीर्तन दरबार का आयोजन किया गया। जिसमें दरबार साहिब अमृतसर साहिब के हजुरी रागीत्थों ने कीर्तन कर संगत को निहाल किया।
जबकि दोपहर बाद गुरूद्वारा परिसर में टाढी दरबार का आयोजन किया गया। जिसमें देश के विभिन्न राज्यों से पहुंचे जत्थों ने वीररस में गुरूबाणी शब्द कीर्तन संगत को सुनाकर निहाल किया। इस अवसर पर अकाल तख्त पटना साहिब के जत्थेदार रणजीत सिंह, शिरोमणी प्रबंधक कमेटी के प्रधान हरजिंद्र सिंह धामी, हजुर साहिब महाराष्ट्र से पहुंचे नरिंद्र सिंह ने भी अपने विचार रखें।