गरीबों को बांटने की बजाय गोदाम में रखे-रखे खराब सैंकड़ों किवंटल अनाज , उपायुक्त करेगें मामले की जांच 

गरीबों को बांटने की बजाय गोदाम में रखे-रखे खराब सैंकड़ों किवंटल अनाज , उपायुक्त करेगें मामले की जांच 

न्यूज़ एजेंसी - नई दिल्ली  30-05-2021

प्रधानमंत्री राहत कोष के तहत दिल्ली सरकार को गरीबों को बांटने के लिए मिला अनाज स्कूल में ही सड़ जाने के कारण हजारों लोग इसे पाने से वंचित रह गए। यह राशन वसंत कुंज के आसपास की झुग्गियों, गांवों व कालोनियों में रहने वाले गरीबों को देने के लिए आया था। अब यह अनाज जानवरों के चारे के लायक भी नहीं बचा है।

निगम के अधिकारी इसे जल्द स्कूल से हटाने के लिए कह रहे हैं। वहीं, इस क्षेत्र के खाद्य आपूर्ति अधिकारी ( एफएसओ ) का कहना है मामले की जांच के लिए सोमवार को खाद्य आपूर्ति विभाग के उपायुक्त स्कूल में आएंगे। इसलिए फिलहाल इसे अभी यहां से हटाया नहीं जा रहा है। जैसे ही वरिष्ठ अधिकारियों को आदेश होगा, इसे हटाने का इंतजाम किया जाएगा।

वहीं, स्थानीय पार्षद मनोज महलावत ने बताया कि पिछले साल लॉकडाउन के दौरान मार्च में बांटने के लिए यह राशन यहां लाया गया था। महलावत ने आरोप लगाया कि यहां गरीबों को राशन नहीं बांटा गया। गाड़ियों में भरकर अनाज के बोरे कहीं ले जाए जाते थे।

उनका आरोप है कि ये राशन गरीबों व जरूरतमंदों के बजाय आप कार्यकर्ताओं को पहुंचाया जा रहा था।उन्होंने बताया कि अगर यह राशन बर्बाद न होता तो इसे मसूदपुर गांव, इस्माइल कैंप, किशनगढ़ गांव व रामलीला मैदान समेत इलाके में झुग्गियों व कोठियों के सर्वेंट क्वार्टर में रहने वाले गरीबों को बांटा जा सकता था।

राशन न मिलने के कारण लोगों को लॉकडाउन के दौरान ही भूखे-प्यासे लोगों को अपने घरों की ओर जाना पड़ा। गौरतलब है कि मनोज महलावत ने ही शुक्रवार को इस स्कूल में रखे सैकड़ों क्विंटल गेहूं और चावल में फंगस लग जाने का पर्दाफाश किया था। इसके बाद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने स्कूल का निरीक्षण कर मामले की सीबीआई जांच की मांग की थी।