घटिया क्वालिटी की पीपीई किट पर बिफरे डॉक्टर , काम से हटने की दी धमकी
यंगवार्ता न्यूज़ - देहरादून 17 April 2020
देहरादून की एक फर्म ने हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज को घटिया पीपीई किट सप्लाई कर दी। किट की जांच करने वाले पांच डॉक्टरों के पैनल की संस्तुति के बाद मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ने तत्काल प्रभाव से आर्डर रद कर दिया।
हालांकि आर्डर रद करने के बावजूद फर्म मालिक बिल पास करवाने के लिए दबाव बनवाता रहा। देहरादून की फर्म से एक ट्रक एक हजार पीपीई किट लेकर हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज पहुंचा। किट रिसीव करने से पहले गुणवत्ता जांच के लिए डॉक्टरों को दिखाया गया।
पीपीई किट देखते ही डॉक्टरों का पारा चढ़ गया। डॉक्टरों का कहना था कि किट मामूली नमी नहीं रोक पा रही है वायरस का संक्रमण क्या रोकेगी ? किट के साथ अन्य सामान की गुणवत्ता भी बेहद खराब मिली। नौ लाख रुपये का आर्डर रिजेक्ट होते देख किट लेकर आए फर्म के कर्मचारी डॉक्टरों से बहस करने लगे।
डॉक्टरों ने बताया कि सामान रिसीव करने व नौ लाख का बिल पास कराने को दबाव भी बनाया गया। बाद में डॉक्टरों की संस्तुति पर प्राचार्य ने पूरी तकनीकी जांच करवाई और ऑर्डर रद कर दिया। मेडिकल कॉलेज के लिए आई किट में एक की कीमत 900 रुपये थी।
डॉक्टरों का कहना था कि इतनी अधिक कीमत में ऐसी घटिया किट डॉक्टरों की सुरक्षा से खिलवाड़ है। नाराज डॉक्टरों का कहना था कि यदि किट रिसीव की गई तो उन्हें मजबूरन लोगों की सेवा से पीछे हटना पड़ेगा।
करीब दो हफ्ते पहले मेडिकल कॉलेज में 30 हजार बेहद घटिया क्वालिटी के मास्क की डिलीवरी की गई थी। पर कॉलेज के सीनियर व जूनियर डॉक्टरों ने इसकी क्वालिटी को लेकर भी सवाल उठाए थे। इस कारण कंपनी ने पूरा स्टॉक उठाया और नए बेहतर क्वालिटी के सामान की डिलीवरी करवाई।
राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी के प्राचार्य डॉ. सीपी भैसोड़ा ने बताया कि स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा को लेकर कोई जोखिम नहीं लिया जा सकता। पीपीई किट काफी खराब क्वालिटी की थी। हमारे डॉक्टरों ने इसमें कई तकनीकी खामियां उजागर कीं। इस कारण ऑर्डर रद कर दिया गया है।
यह थी कमी
-चश्मे मानकों के अनुरूप नहीं थे
-किट में नेट्रिल ग्लब्स भी नहीं थे
-केवल एक जोड़ी लेट्रिक्स ग्लब्स
-गमबूट का शू कवर नहीं था
-डांगरी की जिप में कवर नहीं था
-सूट की सिलाई कई जगहों से उधड़ी थी
-सूट को डिस्पोज करने वाला पॉलीथिन पैक बहुत छोटा