चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पर मलबा गिरने से लगा जाम, सेब से लदे वाहन फंसे

चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पर मलबा गिरने से लगा जाम, सेब से लदे वाहन फंसे

यंगवार्ता न्यूज़ - मंडी   28-08-2021

चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाई-वे 21 पंडोह के समीप सात मील पर बंद फोरलेन कटिंग की वजह से भारी मात्रा में मलबा व पत्थर गिरने से बंद हो गया है।

जिससे मंडी कुल्लू का मुख्य सड़क संपर्क कट गया है। एनएच गुरुवार रात को 12 बजे से बंद है और इसके खुलने की उम्मीद शनिवार को भी कम ही है। 

इस कारण सात मील के दोनों तरफ दस-दस किलोमीटर लंबा जाम लगने से सेब से लदे ट्रक, बड़े वाहन और पर्यटकों के अन्य वाहन फंस गए हैं। दोनों तरफ सैकड़ों पर्यटक फंसे हुए हैं। पर्यटकों को इस कारण पैदल मंडी की तरफ भी लौटना पड़ा।

हालांकि वाहनों को पंडोह से वाया गोहर और कटौला बजौरा मार्ग से भेजा जा रहा है, लेकिन इस मार्ग पर भी दिन भर जाम लगा रहा है और दो से तीन घंटे अधिक का समय वाहन चालकों को मंडी व बजौरा पहुंचने में लग गया।

पर्यटकों व वाहन चालकों के साथ ही आम लोगों को भी दिन भर इस कारण दिक्कतों का सामना करना पड़ा। बारिश के कारण बंद एनएच को शुक्रवार को बहाल भी नहीं किया जा सका। इसके शनिवार को भी बहाल होने की कम ही उम्मीद है। अगर मौसम शनिवार को भी खराब रहता है, तो एनएच बहाल करना मुशिकल हो जाएगा। 

चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाई-वे बंद होने की स्थिति का जायजा लेने के लिए शुक्रवार को एसडीएम सदर रितिका जिंदल भी मौके पर मौजूद रहीं। सड़क पर फोरलेन की कटिंग के कारण पहाड़ से भारी भरकम चट्टानें और मलबा सड़क पर गिरा हुआ है।

इस बारे में एसपी मंडी शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि सड़क बाधित होने से किसी को परेशानी न हो, इसके लिए पुलिस विभाग द्वारा उचित कदम उठाए जा रहे हैं।

मौके पर पुलिस के जवान तैनात हैं और किसी भी प्रकार की आपदा से नुकसान कम हो, इसके लिए कार्य किया जा रहा है। वाहन चालकों को मनाली जाने के लिए वाया कांढी और वाया छपराहण भेजा जा रहा है।

इसके साथ ही पुलिस विभाग ने सभी से यात्रा के दौरान पूरी सावधानी बरतने की अपील भी की है। बता दें कि बीते कई दिनों से नेशनल हाई पर पंडोह के समीप सात मील में रुक-रुक कर लैंडस्लाइड हो रही है। 

इस कारण कई हादसे पेश आ चुके हैं। वही क्षेत्र में आजकल सेब को मंडियों में भेजा जा रहा है। लेकिन इस प्रकार से बार-बार सड़क मार्ग बाधित होने से बागबानों को भी काफी  नुकसान झेलना पड़ रहा है।