चीन से सटे गांव छितकुल में बाहरी लोगों की एंट्री बंद, ग्रामीणों ने लगाया बैरियर
यंगवार्ता न्यूज़ - कुल्लू 19-06-2020
भारत-तिब्बत सीमा के साथ सटे हिंदुस्तान के आखिरी गांव छितकुल में आईटीबीपी ने सुरक्षा के और पुख्ता प्रबंध किए हैं। यहां जवानों की संख्या इजाफा किया गया है।
छितकुल गांव के लोगों ने भी कोरोना से बचाव और सुरक्षा के दृष्टिगत पंचायत क्षेत्र के बाहर से आने वाले अंजान लोगों की आवाजाही पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है। गांव के लोगों ने करीब एक किलोमीटर दूर बैरियर लगाकर ग्रामीणों की तैनाती कर दी है।
बैरियर पर तैनात लोगों को वाहनों की तलाशी लेने के निर्देश दिए गए हैं और बाहरी क्षेत्रों से आने वाले अंजान लोगों को गांव में आने पर मनाही की गई है। यदि पंचायत क्षेत्र में कोई अंजान व्यक्ति आ जाए तो इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दी जाएगी।
गौर हो कि छितकुल से करीब 80 किलोमीटर दूर सटे तिब्बत बॉर्डर पर आज दिन तक भारत और चीन के बीच कोई भी युद्ध की स्थिति पैदा नहीं हुई है, जिसके चलते क्षेत्र के लोगों में भय देखने को नहीं मिल रहा।
छितकुल के उपप्रधान अरविंद नेगी, ग्रामीण तुलसी राम, श्रवण कुमार, राजवीर सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया कि अभी तक छितकुल गांव से सटे बॉर्डर में कोई भी युद्ध की स्थिति नहीं पनपी है। क्षेत्र के लोगों में कोई खौफ नहीं है। बावजूद इसके ग्रामीणों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।
उन्होंने सरकार से मांग की है कि बॉर्डर एरिया में सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध और सैनिकों की संख्या बढ़ाई जाए। क्षेत्र के लोग भारतीय सेना का हरसंभव सहयोग करेंगे।
वहीं, गलवां घाटी में तनातनी के बीच भारत-चीन सीमा से सटे गांवों के दौरे पर पहुंचे एसपी किन्नौर एसआर राणा को नमज्ञा पंचायत प्रधान कर्मा नीमा समेत अन्य जनप्रतिनिधियों ने बताया कि बीते दिनों चीन के अधिकार क्षेत्र में चीनी सेना के तीन-चार टेंट लगे देखे गए।
ऐसे में भारतीय सेना को यहां सुरक्षा में और इजाफा करना चाहिए। चीनी फौज पर विश्वास नहीं किया जा सकता। इस पर एसपी ने बताया कि सभी गांवों की सुरक्षा में कोई कमी नहीं होगी। किसी को कोई भी आशंका हो तो प्रशासन से संपर्क किया जा सकता है।