चुनाव से पहले जनजाति क्षेत्र का दर्जा नहीं मिला तो परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहें नेता

जिला सिरमौर के गिरिपार के शिलाई में आयोजित महाखुमली में भी 144 ग्राम पंचायतों के हाटी कबीले के लोगों ने भाग लिया। बारिश के बावजूद भी सिरमौर के गिरिपार के सैकड़ों लोगों ने शिरकत की

चुनाव से पहले जनजाति क्षेत्र का दर्जा नहीं मिला तो परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहें नेता

हक की लड़ाई : हाटी की माह खुमली में खरी-खोटी सुनाते रहे लोग मुंह ताकते रहे नेता

बारिश भी नही रोक पाई हाटीयों के कदम , शिलाई में जुटा लोगों का हुजूम

यंगवार्ता न्यूज़ - शिलाई   26-02-2022

जिला सिरमौर के गिरिपार के शिलाई में आयोजित महाखुमली में भी 144 ग्राम पंचायतों के हाटी कबीले के लोगों ने भाग लिया। बारिश के बावजूद भी सिरमौर के गिरिपार के सैकड़ों लोगों ने शिरकत की । भले ही सुबह से ही बारिश का दौर जारी रहा लेकिन बारिश भी लोगों के कदम नहीं रोक पाई। 

हाटी जनजाति क्षेत्र को लेकर आयोजित इस खुमली में लोगों का जुनून देखते ही बन पड़ रहा था ।इस दौरान जिला सिरमौर के पक्ष और विपक्ष के नेताओं ने भी शिरकत की  , वहीं भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं शिमला संसदीय क्षेत्र के सांसद सुरेश कश्यप ने महासम्मेलन में शिरकत की।

गिरिपार क्षेत्र के शिलाई में आयोजित महाखुमली के दौरान आज यहां पहुंचे जनप्रतिनिधियों को लोगों ने जमकर खरी खोटी सुनाई। इस महाकुंभ में गिरीपार की 144 पंचायतों के सैकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया। भारी बारिश के बावजूद इन लोगों में यहां जोश देखने को मिला । 

केंद्रीय हाटी समिति से जुड़े जितने भी पदाधिकारियों ने मंच से संबोधन किया नेताओं को खरी-खोटी सुनाने में किसी ने भी कोई कसर नहीं छोड़ी और कहा आज तक यहां से चुने हुए जनप्रतिनिधियों ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया और लोगों का इस्तेमाल सिर्फ वोट बैंक के किया गया। 

मंच से इन पदाधिकारियों ने नेताओं को साफ संदेश दिया इस बार आश्वासन से काम चलने वाला नहीं चुनाव से पहले जनजाति क्षेत्र का दर्जा नहीं मिला तो प्रतिनिधि परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहें। 

इस दौरान यहां पहुंचे लोग भी अधिकार नहीं तो वोट नहीं - आश्वासन नहीं चलेंगे इस तरह  के नारे लगाते रहे और नेतागण मुह ताकते  रह गए। केंद्रीय हाटी समिति के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने संबोधन के दौरान यह भी कहा कि नेता यह स्पष्ट कर दें कि यदि वह क्षेत्र को जनजातीय क्षेत्र का दर्जा नहीं दिला सकते तो स्पष्ट कर दें क्योंकि इसके बाद क्षेत्र के लोग जनजाति क्षेत्र की मांग पूरी नहीं करते तो इलाके को उत्तराखंड राज्य में शामिल करने की मांग करेंगे ।

इस दौरान सांसद सुरेश कश्यप , शिलाई के विधायक हर्षवर्धन चौहान,रेणुका के विधायक विनय कुमार ,शिलाई के पूर्व विधायक बलदेव तोमर ने बारी बारी से महा खुमली को सम्बोधित किया। सभी नेता एक ही सुर में यह कहते नजर आए की उनके द्वारा गिरीपार को जनजातीय क्षेत्र घोषित करने को लेकर हमेशा प्रयास किए गए हैं । 

सांसद सुरेश कश्यप ने कहा कि कई बार वह इस मुद्दे को संसद में उठा चुके हैं और उम्मीद है कि सरकार जल्द इस मामले पर गौर करेगी। वही नेताओं ने यह भी कहा कि जरूरत पड़ने पर लोग जिस तरीके के आंदोलन की रूपरेखा तैयार करेंगे उनका भरपूर समर्थन किया जाएगा। शिलाई के कांग्रेस विधायक हर्षवर्धन चौहान व पूर्व विधायक बलदेव तोमर ने कहा कि इस मामले को लेकर वह हर बलिदान देने के लिए तैयार है।